घायल गाड़ी चालक सौरभ सिकरवार ने बताया, सुभाष सिंह (50) पुत्र डरू सिंह सिकरवार ने गांव के सरपंच द्वारा बनाए गए खरंजा की शिकायत की थी। जिसकी जांच की जा रही थी। जांच को पीसीओ जगन्नाथ ङ्क्षसह सिकरवार निवासी संजय कॉलोनी और एडीओ शिवचरन शाक्य जांच कर रहे थे। इसी बात को लेक सरपंच पति कल्लू सिकरवार ने बदला लेने की ठान ली थी। बुधवार शाम पिता के साथ मुरैना आ रहा था तभी ड्यूटी समाप्त होने पर पंचायत समन्वय अधिकारी जगन्नाथ सिंह व एडीइओ शिवचरण शाक्य ने कहा, मुरैना तक साथ ले चलो और दोनों भी गाड़ी में बैठ गए। जौरा में बिलगांव के हम पहुंचे ही थे, पीछे से चार पहिया वाहन में चार-पांच लोग हथियारों से लैस होकर आए और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
आरोपियों में से एक को पहचान लिया है, वह सरपंच पति कल्लू सिकरवार निवासी नंदपुरा था। आरोपियों ने करीब डेढ़ दर्जन गोलियां चलाईं। एक गोली शिवचरण शाक्य को लगी जिससे उनकी मौत हो गई। जबकि सुभाष सिंह और पीसीओ जगन्नाथ सिंह गोली लगने से घायल हो गए। पीडि़त पक्ष जान बचाकर गाड़ी दौड़ा रहा था तभी कुम्हेरी के पास एक पडिय़ा सडक़ पर आ गई और जीप उससे टक्करा गई। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और मामले की विवेचना शुरू कर दी। मृतक को गोली बाए हाथ से होकर पसलियों में लगी। घायल जगन्नाथ को बांए कंधे और सुभाष को सीधे हाथ मे गोली लगी। अभी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। पुलिस पार्टी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में दबिश पर है।
जीप की टक्कर से पडिय़ा की मौत
पीडि़त पक्ष अपनी जान बचाकर गाड़ी दौड़ा रहा था तभी कुम्हेरी के पास एक पडिय़ा सडक़ पर आ गई और जीप की टक्कर से उसकी मौत हो गई। सौरभ ने गाड़ी को बड़ी सावधानी व रफ्तार से चलाई नहीं तो सभी की जान जा सकती थी।
फिल्मी स्टाइल से किया हमला
प्रत्यदर्शियों ने बताया, जीप के पीछे चल रही कार से जीप पर लगातार फायरिंग हो रही थी। इस दृश्य देखकर लगा मानो किसी फिल्म की शूटिंग हो रही हो। फायरिंग को देखकर कई वाहन चालक गाड़ी को सडक़ के किनारे रोककर खड़े हो गए, और कई लोग जिसको जहां जगह मिली वहां छुपकर जान बचाता नजर आया।