स्वास्थ्य केन्द्र पर ताला, प्रशिक्षण के बाद भी नहीं पहुंची एएनएम
मोरेनाPublished: Apr 05, 2020 07:56:31 pm
बीएमओ ने दिए थे निर्देश स्वास्थ्य केन्द्र पर रहकर बाहरी लोगों को चेकअप उपरांत कराएं होम क्वारंटाइन
स्वास्थ्य केन्द्र पर ताला, प्रशिक्षण के बाद भी नहीं पहुंची एएनएम
मुरैना. इन दिनों पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है और जिले अधिकारी रात दिन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जुटे हुए हैं। वहीं जिला मुख्यालय से सटा हुए गंाव किशनपुर में पिछले कई सालों से उप स्वास्थ्य केन्द्र में ताला लगा हुआ है। यहां पदस्थ एएनएम को कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशिक्षण भी लिया है लेकिन ड्यूटी पर एक दिन भी नहीं पहुंची है। यहां तक बीएमओ नूराबाद ने भी कहा है कि हमने २६ मार्च को आदेश जारी किए हैं कि स्वास्थ्य अमला उप स्वास्थ्य केन्द्र पर रहकर गांव में बाहर से आए लोगों का चेकअप करे और उनको होम क्वारंटाइन करे। किशनपुर उप स्वास्थ्य केन्द्र से जुड़े गांवों में दर्जनों लोग बाहर से आए उनकी स्क्रीनिंग के लिए एएनएम अभी तक नहीं पहुंची हैं। सिर्फ आशा कार्यकर्ता ही काम कर रही है।
ग्राम पंचायत सरपंच सहित ग्रामीण दो बार वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य अमला उप स्वास्थ्य पर बैठना तो दूर उसका ताला तक नहीं खोला गया है। करीब दो साल पूर्व किशनपुर गांव में बड़े स्तर पर मलेरिया और डेंगू के मरीज मिले तो वरिष्ठ अधिकारी भी गांव पहुंचे। तब भी एएनएम अनुपस्थित मिली। उस समय सीएमएचओ ने एएनएम को सस्पेंड कर दिया था लेकिन कुछ दिनों बाद जुगाड़ लगा कर फिर से उसी उप स्वास्थ्य केन्द्र पर बहाल हो गई लेकिन गांव में नहीं पहुंचतीं हैं। इन दिनों कोरोना जैसी महामारी के संक्रमण को रोकने के लि ग्रामीण अमले को क्षेत्र में रहने और खांसी, बुखार और जुकाम के मरीजों की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन किशनपुर स्वास्थ्य केन्द्र पर ताले पड़े हैं।
कथन
– २६ मार्च को मैदानी अमले को अपने उप स्वास्थ्य केन्द्र पर रहकर क्षेत्र में बाहर से आने वाले और गंाव में ऐसे लोग जिनको खांसी, बुखार अन्य परेशानी होने पर उनकी स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए थे। अगर किशनपुर उप स्वास्थ्य केन्द्र बंद हैं तो गलत है, स्टाफ को वहां रहना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारियों को लिखा जाएगा।
डॉ. रामवरन शर्मा, बीएमओ, नूराबाद