scriptहाइवे पर दिन में कई बार लगता है जाम | Many times a day seems to be jammed on the highway | Patrika News

हाइवे पर दिन में कई बार लगता है जाम

locationमोरेनाPublished: Mar 05, 2019 09:19:29 pm

Submitted by:

Vivek Shrivastav

फ्लाइओवर निर्माण से पूर्व नहीं बनाई सर्विस लेन, कंपनी को दिया जा चुका है नोटिस
 
 

day,   jammed, highway, notice, morena news in hindi, mp news

हाइवे पर दिन में कई बार लगता है जाम

मुरैना. हाइवे पर दिन में कई बार जाम लगता है। इसमें दर्जनों वाहन फंसे रहते हैं। फ्लाइओवर निर्माण के दौरान सर्विस लेन का निर्माण समय पर न होने से यह स्थिति निर्मित हो रही है। इसके लिए निर्माण कंपनी को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा नोटिस भी दिया जा चुका है।

कंपनी द्वारा सर्विस लेन पर सडक़ निर्माण कार्य फ्लाइओवर निर्माण से पूर्व पूरा कर दिया जाता तो आज ये जाम के हालात निर्मित नहीं होते। यातायात व पुलिस कर्मचारियों को दिन भर का समय जाम को खुलवाने में ही लग जाता है। पुलिस विभाग द्वारा बैरियर चौराहे के जाम को कम करने के लिए जौरा रोड से दो तरफ रास्ते डायवर्ट किए हैं। एक तो ग्वालियर की तरफ जाने वाले वाहनों को महाराजपुर रोड से न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी होकर हाइवे पर निकाला जा रहा है वहीं आगरा की तरफ जाने वाले वाहनों को नाले से होकर सीधे के एस मिल पर निकाला जा रहा है इसके चलते चौराहे का लोढ कम हुआ है। अगर ये दो रास्ते डायवर्ट नहीं किए जाते तो बैरियर चौराहे पर वाहनों को पार कराना बड़ी मुसीबत बन जाती। सबसे ज्यादा स्थिति खराब तो के एस मिल के पास है। यहां नैनागढ़ रोड, जौरा रोड से मोड़े गए आगरा की तरफ जाने वाले वाहन और हाइवे पर ग्वालियर की तरफ जाने वाले वाहनों का इतना लोड रहता है कि यहां दिन भर पुलिस मशक्कत करती है फिर भी जाम लगता रहता है। यहां बाइपास से लेकर राजपूत होटल तक की स्थिति बहुत खराब है। यहां कब जाम लग जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता।

टै्रफिक पुलिस के लिए बढ़ा काम


इन दिनों हाइवे पर फ्लाइओवर और शहर की एम एस रोड पर सीवर लाइन डालने का कार्य चल रहा है। ऐसी स्थिति में टै्रफिक पुलिस के लिए काम बढ़ गया है। कभी हाइवे पर तो कभी एम एस रोडपर जाम खुलवाने पुलिस को मशक्कत करनी होती है।

हाइवे और एम एस रोड पर दिन भर जाम लगने की खबर मिलती रहती हैं। मौके पर पहुंच कर उस जाम को खुलवाया जाता है। फ्लाइओवर निर्माण से पूर्व सर्विस लेन बन जाती तो इस जाम से कुछ हद तक राहत मिल सकती थी।

हिमांशु तिवारी, सूबेदार, टै्रफिक

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो