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संभल के रहें, रात आठ बजे के बाद काटता है यह मच्छर, अब तक मिल चुके है 23 मरीज

locationमोरेनाPublished: Sep 23, 2019 01:46:30 pm

भोपाल से आएगी जांच टीम, सिग्नल बस्ती से लिए 300 रक्त के नमूने

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सिग्नल बस्ती से लिए 300 रक्त के नमूने

मुरैना. ये मच्छर रात के आठ बजे के बाद सक्रिय होता है और उसके काटने से हाथी पांव जैसी गंभीर बिमारी हो सकी है। मुरैना में हाथी पांव के 23 मरीजा मिले तो विभाग में हडक़ंप मच गया। मलेरिया टीम ने रात को आठ बजे के बाद बस्ती में पहुंची और लोगों ब्लड सैम्पल लिए। अब भोपाल से टीम आएगी और जांच करेंगी। जिले में माइक्रो फाइलेरिया (हाथी पांव) व हाइड्रोसील (अंडकोष में पानी भरना) बीमारी के जिले में 23 मरीज मिले है। इसकी जांच और रोकथाम के लिए सोमवार को शहर में भोपाल से एक्सपर्ट का दल भी आ रहा है। जो कि उक्त बीमारी की रोकथाम के लिए काम करेगा।
मलेरिया विभाग द्वारा की गई पड़ताल में दो माइक्रो फायलेरिया व 21 हाइड्रोसील के केस सामने आए हैं। ये दोनों बीमारी एक ही मच्छर क्यूलेक्स के काटने पर होती है। यह मच्छर रात 8 बजे के बाद ही काटता है। इसके लिए टीमें रात के समय हाथी पांव का एक मरीज शहर की सिग्नल बस्ती और दूसरा हिंगोना के गुट्टी पुरा में हैं।

वहां पहुंची और आस पास के लोगों के सेंपल लिए। अमला दो दिन से रात आठ बजे के बाद रक्त के नमूने लेने बस्ती में पहुंच रहा है। अभी तक 300 लोगों के रक्त की स्लाइड बनाई जा चुकी है अभी 200 के और बनाई जाएगी। अभी तक यह बीमारी दतिया, सागर, टीकमगढ़, दमोह, कटनी, रीवा, सतना, उमरिया जिले ज्यादा प्रभावित थे। लेकिन अब मुरैना में यह मामले सामने आने से विभाग अलर्ट पर आ गया है।

एक्सपर्ट सेंपल ले जाएंगे भोपाल
माइक्रो फायलेरिया व हाइड्रोसील बीमारी से पीडि़त मरीजों की जांच के लिए सोमवार को एक्सपर्टों की टीम भोपाल से आ रही है। एक्सपर्ट इन बीमारियों के संक्रमण के कारणों का अध्ययन करेंगे साथ ही सेंपल भोपाल ले जाएंगे, वहां जांच की जाएगी।

जिला मलेरिया अधिकारी हरिओम सिंह ने बताया, अभी तक माइक्रो फायलेरिया व हाइड्रोसील बीमारी से दतिया, सागर, टीकमगढ़ सहित अन्य जिले प्रभावित थे लेकिन अब मुरैना में इन बीमारियों के मरीज पाए गए हैं। लोग डरे नहीं, इस बीमारी का इलाज संभव है। रक्त की स्लाइड बनवा रहे हैं। जांच के लिए भोपाल से भी एक्सपर्ट आ रहे हैं।
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