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पहले लाखों खर्च, टीन शैड से पशु नहीं हटा पाए तो उतार लीं टीन

locationमोरेनाPublished: Mar 19, 2021 10:16:51 pm

Submitted by:

Ashok Sharma

आयुक्त बोले, बिना जमीन आवंटित किए बना दिया था सब्जी मंडी के लिए शैड

पहले लाखों खर्च, टीन शैड से पशु नहीं हटा पाए तो उतार लीं टीन

पहले लाखों खर्च, टीन शैड से पशु नहीं हटा पाए तो उतार लीं टीन


मुरैना. शहर की वीआइपी रोड पर नगर निगम के प्रारंभिक काल में सब्जी मंडी स्थापित कराने के लिए लाखों रुपए खर्च कर टीनशैड बनवाए थे। उसमें से दो वीआईपी रोड पर स्थित है। उसमें सब्जी मंडी तो शुरू नहीं हो सकी बल्कि स्थानीय लोगों ने अपनी भैंस बांधना शुरू कर दिया। नगर निगम ने भैंसों को हटाने का प्रयास नहीं किया बल्कि शैड के ऊपर से लोहे की टीन को ही उतार लिया। आयुक्त का कहना हैं कि असल में वहां सब्जी मंडी बननी ही नहीं थी। बिना जमीन आवंटित किए, गलत तरीके से सब्जी मंडी स्थापित करने टीनशैड का निर्माण करवा दिया था।
यहां बता दें कि नगर निगम के प्रशासक काल में वर्ष २०१४-१५ में शहर के कुछ सब्जी मंडियां मंजूर हुई थीं और नगर निगम के प्रारंभिक काल में इन क्षेत्रीय सब्जी मंडियों के शैड निर्माण कराए गए थे। लोगों को की सुविधा की दृष्टि से वीआइपी रोड, कब्रिस्तान के पीछे और सुभाष नगर में नए सिरे से मरम्मत कराकर शैड तैयार करवाए गए। इन शैडों के निर्माण पर लाखों रुपए खर्च किए गए लेकिन सब्जी मंडी यहां आज तक स्थापित नहीं हो सकी और न किसी अधिकारी ने प्रयास किए। वीआइपी रोड के शैड़ निर्माण पर करीब पांच-छह लाख रुपए खर्च किए गए। लेकिन पांच साल बाद भी सब्जी मंडी इस शैड में व्यवस्थित नहीं हो सकी। उधर इस शैड में स्थानीय लोगों ने भैंस बांधना शुरू कर दिया। नगर निगम के अधिकारियों ने यह प्रयास नहीं किया कि उन भैंस बांधने वालों पर कार्रवाई करें बल्कि उस शैड के ऊपर से टीन को ही उतार लिया। इस शैड पर करीब छह लाख रुपए व्यर्थ में खर्च किए गए। जब मंडी शुरू ही नहीं करनी थीं तो क्यों ब्यर्थ पैसा बर्बाद किया गया।
यहां भी नहीं हो सकी मंडी विकसित
नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च करके सुभाष नगर और कब्रिस्तान के पीछे भी सब्जी मंडी के लिए शैड बनाए गए थे। इनमें भी लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। इनमें भी कोई कंडे (उपले) थाप रहा है कोई बकरियां बांध कर अतिक्रमण कर रहा है।
कथन
– वीआइपी रोड पर सब्जी मंडी के लिए कोई जमीन आवंटित नहीं हुई थी। गलत तरीके से शैड बना दिए थे। लोग उसमें भैंस बांधने लगे थे। इसलिए शैड उतार लिए हैं। अब उस जगह मलवा सेंटर बना दिया है।
अमरसत्य गुप्ता, आयुक्त, नगर निगम

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