जाम से पहले हुई मारपीट
जानकारी के अनुसार गाय की रक्षा और गो हत्या के विरोध में मिर्ची बाबा (महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरि महाराज ) 21 फरवरी को नेशनल हाइवे पर जाम करने के लिए गए थे, इसी दौरान कुछ लोगों ने आकर उनके साथ जमकर मारपीट की और भाग गए। इसके बाद जब मीडिया ने उनसे चर्चा की तो मिर्ची बाबा अपने साथ हुई घटना को बताते हुए रोने लगे, इसके बाद जब मौके पर पहुंची पुलिस और बाबा के समर्थकों के बीच झूमा झटकी हुई तो पुलिस मिर्ची बाबा को भी उठाकर ले गई।
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अनुदान की राशि 20 रुपए से बढ़ाकर 50 रुपए करने की मांग
इससे पहले गोवंश की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मिर्ची बाबा ने मप्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मप्र सरकार कमलनाथ सरकार में बनाई गई गोशालाओं का उचित प्रबंधन करे। प्रति गोवंश चारे के लिए अनुदान की राशि 20 रुपए से बढ़ाकर 50 रुपए करने की मांग भी मिर्ची बाबा ने की। उन्होंने कहा कि गोशालाओं में गोवंश की लगातार मौतें हो रही हैं और सरकार ने पिछले छह माह से कोई अनुदान नहीं दिया है। सरकारी गोशालाओं में एक भी गोवंश को नहीं रखा जा रहा है। यहां खिरिका गांव में बनी गोशाला देखने पहुंचे बाबा को एक भी गोवंश नहीं मिला। सरपंच पति और सचिव ने बताया कि गोशाला का निर्माण कार्य तो पूरा हो गया है। गोवंश रखने के संबंध में न तो कोई निर्देश मिला और न ही बजट उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गोवंश सड़कों और खेतों में भटक रहा है। सड़कों पर दुर्घटनाओं में मर रहा है, लेकिन सरकार केवल सींगों पर रेडियम लगाने का काम कर रही है।