पत्रिका टीम ने जब नदुआ का पुरा गांव की पड़ताल की तो पता चला कि वहां पर करीब 200 से अधिक लोग गांव में फंसे हुए हें। जो पानी के बढ़ते ही पलायन करने को मजबूर होंगे। फिलहाल गांव के लोग पानी के बढऩे से पहले टयूब आदि से बचाव की तैयारी में खुद ही जुट गए हैं। लेकिन सवाल फिर उठता है कि जब प्रशासन नदुआ का पुरा का सही आंकलन नहीं कर सका हे तो 89 गांव की जिम्मेदारी कैसे निभाएगा।
चंबल का जलस्तर
कब कहां से कितना छोड़ा गया पानी
इन गांवों में किया हाइअलर्ट
चंबल नदी का जल स्तर बढऩे से नायकपुरा पंचायत के नदुआपुरा, पोरसा के होला पुरा, चुसलई, रमगढ़ा, उसैद का पुरा, मल्हन का पुरा भदावली सहित एक दर्जन गांव, जौरा अनुविभाग के छौआ पुरा बर्रेंड, बेदपुरा सिंगरोली, आमली पुरा, जुगुरू का पुरा, डांडे का पुरा, ब्रजगढ़ी, होराबरा तिंदोखर, कलुआ पुरा छिनबरा, अजवा पुरा उत्तमपुरा, बहादुर का पुरा ताजपुर, बरसेनी सरसेनी, सबलगढ़ क्षेत्र के कड़ावना, कलरघटी, रहू गांव, अटार, राइड राघेन, मदनपुरा, लक्ष्मणपुरा, करजोनी, भर्रा, कोडरे का पुरा, बटेश्वरा, झेद सहित 89 गांवों में प्रशासन ने हाइअलर्ट कर दिया है। सबलगढ़ क्षेत्र में तहसीलदार दल बल के साथ क्षेत्र में ही हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
प्रशासन कर रहा अलर्ट
राजस्थान के बांध ओवरफ्लो होने से वहां से कोटा बैराज, जवाहर सागर से शुक्रवार को सुबह से तीन बार पानी छोड़ा गया है। इसके चलते चंबल नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। जिला प्रशासन ने तहसीलदारों को हर हाल में स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है और तहसीलदारों ने क्षेत्र के पटवारी, पंचायत के सरपंच, सचिव को जिम्मेदारी सौंपकर निश्चिंत होकर बैठ गए हैं।
ये हुए प्रभावित
जौरा तहसील के गुढ़ाचंबल का सावदा और मुरैना तहसील के नायक पुरा पंचायत का नदुआ पुरा पानी से चारों तरफ से घिर चुका है। नदुआ पुरा के लोग रात से ही घिरे हैं, वह कहीं आ जा नहीं पा रहे हैं। उनकी झोपडिय़ों तक पानी पहुंच गया है। उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से भी अभी कोई राहत दल उनको सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए नहीं आया है।
अगर पानी बढ़ता है तो पहले तो अपने बच्चों को ट्यूब के सहारे सुरक्षित स्थानों तक निकालेंगे, उसके बाद पशुओं की व्यवस्था देखेंगे। अभी तक कोई सरकारी अफसर पूछने तक नहीं आया है।
आदिराम मल्लाह ग्रामीण नदुआ का पुरा
चंबल का जल स्तर 136 मीटर पर पहुंच चुका है। 89 गांवों में अलर्ट किया है। सभी जगह मुनादी करा दी गई है। प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
काजल दीक्षित, अधीक्षक, भू अभिलेख, मुरैना
सभी गांवों में अलर्ट कर दिया है, कहीं से कोई परेशानी की वाली खबर नहीं है।
आरएस बाकना, एसडीएम मुरैना