इसी के तहत एसपी के निर्देश पर अंबाह में पांच, कैलारस में दो और जौरा थाने में तीन एफआइआर विभिन्न धाराओं के तहत की गई हैं। जिसमें मिलावटखोरों को मकान किराए पर देने वाले भवन स्वामियों के खिलाफ भी एफआईआर की गई।
इनके खिलाफ हुई कार्रवाई
कैलारस में भवन स्वामी प्रदीप सिंघल व डेयरी संचालक बंटी बंसल के विरुद्ध भादंसं की धारा 420, 272, 273, 120 बी एवं खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 51 एवं 59 के तहत मामला दर्ज किया है। कैलारस में कॉलेज रोड पर प्रदीप पुत्र अमरलाल सिंघल के मकान के नीचे तलघर में कमानी पॉम ऑयल की 153 टिन रखी पाई गई। मकान मालिक प्रदीप सिंघल से पूछा तो बताया कि बंटी बंसल को किराए पर दिया गया है लेकिन किराया नामा नहीं दे सके। इसलिए इनको भी आरोपी बनाया गया।
निर्मल सिंघल मालिक व प्रदीप त्यागी मैंनेजर के खिलाफ भी उपरोक्त धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। सिंघल लॉज के पीछे कॉलेज रोड पर निर्मल सिंघल के मकान में नीचे तलघर में डेक्सीटिन पावडर, वनस्पति, कमानी पाम ऑयल बड़ी मात्रा में मिले थे। यहां छैना बनाने का कारोबार चलता था।
जौरा थाना पुलिस ने ज्ञानी शर्मा निवासी जौनारा, मिथुन पुत्र दिनेश शर्मा निवासी विवेक नगर जौरा, राजेन्द्र शर्मा, भरत शर्मा पुत्र श्रीकृष्ण शर्मा निवासी मनीष पेट्रोल पंप के पास जौरा के खिलाफ अलग अलग एफआइआर दर्ज की गई हैं। इनके यहां से भी बड़ी मात्रा में केमिकल व अन्य सामान मिला था।
अंबाह में डेयरी संचालकों के खिलाफ अलग अलग पांच एफआइआर की गई हैं। यहां टीम को साधू राठौर, राजकुमार राठौर, सोनू अग्रवाल के यहां से बड़ी मात्रा में केमिकल व अन्य जखीरा मिला था। यहां भोपाल से आईएसटीएफ ने भी तीन चार दिन कार्रवाई की थी।
दो दिन में तीन मेडिकल स्टोर के खिलाफ की कार्रवाई
मुरैना ड्रग इंसपेक्टर देशराज सिंह ने अनियमितता पाए जाने पर दो दिन में तीन मेडिकल स्टोरों के खिलाफ कार्रवाई की है। शुक्रवार को बानमोर में राजेन्द्र मेडिकल स्टोर का लाइसेंस तीन दिन के लिए निलंबित किया गया। दुकान बिना फार्मासिस्ट के संचालित की जा रही थी। इससे पूर्व गुरुवार को मुरैना शहर में गांगिल मेडिकल स्टोर राठी नर्सिंग होम के पास का लाइसेंस तीन दिन के लिए सस्पेंड किया गया। दुकान पर निरीक्षण के दौरान गर्भ निरोधक दवा, कोडीन सीरफ की अवैधानिक विक्रय मिला। दुकान पर फार्मासिस्ट भी अनुपस्थित मिला। त्रिवेणी धर्मशाला के पास गोपालपुरा में प्रकाश मेडिकल स्टोर बिना फार्मासिस्ट के संचालित की जा रहा था। नए फार्मासिस्ट की नियुक्ति तक दुकान को बंद किया गया है।