अपने करीब 26 मिनट के भाषण में शाह ने प्रदेश में सडक़,बिजली,समर्थन मूल्य और बोनस के सहित विकास कार्यों को गिनाया। ज्यादातर पुराने मुद्दों पर चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि मुरैना के बहुत लोग अहमदाबाद में काम करते हैं। मैं अपनी बात उनके बीच रखने आया हूं। मां हरिसिद्धि को नमन किया और कहा कि मुरैना को महाभारतकाल में मयूरवन के नाम से जाना जाता था, इसका ऐतिहासिक महत्व है।
स्वतंत्रता आंदोलन में रानी लक्ष्मीबाई के साथ भिण्ड मुरैना के लोग खड़े हुए और देश सुरक्षित है। कांग्रेस के शासन में डकैत समस्या बढ़ी जबकि भाजपा ने सफाया किया। उन्होंने कहा कि जब बंटाढार की सरकार थी,दिग्गी राजा की सरकार थी तब बिजली रानी गरीबों के घर में, गांव में कभी घूंघट खोलती थी क्या,शाम को खाना खाने में देर हुई तो हाथ अंधेरे में खिचड़ी में पड़ेगा,गया गढ़ी में,मालूम नहीं पड़ताा था।
मेरी गारंटी है, इस सभा के बाद टीवी देखते हुए खाना खाओ,बिजली नहीं जाएगी। भाजपा काम में विश्वास रखती है। शाह ने कहा कि कांग्रेस शासन में १८ फीसदी पर किसानों से ब्याज लगता था, लेकिन शिवराज सरकार में शून्य फीसदी पर ऋण मिल रहा है।कांग्रेस में 1300 करोड़ का कर्ज एमपी-सीजी को मिलता था। अब शिवराज सरकार ने 13 हजार करोड़ रुपए कर दिया है। विकास की गति इतनी तेज है प्रति व्यक्ति आय 18 हजार से बढक़र 85 हजार रुपए हो गई है।
शाह ने कहा कि कांग्रेस एंड कंपनी (राहुल बाबा) हमसे पूछते हैं कि 4.5 साल में क्या किया, कांग्रेस 54 साल का हिसाब नहीं दे रही है। हम भाजपा वाले पाई-पाई, पल-पल का हिसाब देने को तैयार,कमलनाथ सुन लें,जब केंद्र में आप मंत्री थे, यूपीए सरकार थी,मोनी बाबा मनमोहन सरकार थी, 13वें वित्त आयोग में एक लाख 34 हजार 190 करोड़ दिया, आज मोदी ने तीन लाख 44 हजार 126 करोड़ मप्र को दिया जा रहा है।
गठबंधन से कुछ नहीं बिगड़ेगा: शाह ने कहा कि मप्र में 2018 में और केंद्र में 2019 में मोदी सरकार बन रही है। विपक्षी भले ही गठबंधन या महागठबंधन कर लें लेकिन मई में होने वाले चुनाव में मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी।