देवकीनंदन ने बताया कि बदमाशों ने उस पर भी फायर किया, जिससे वह घायल हुआ है। सूचना मिलते ही सबसे पहले डीएसपी हेडक्वार्टर मानवेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे और देवकीनंदन को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद एसपी असित यादव ने भी मौका मुआयना किया। रात में ही पुलिस ने नाकाबंदी भी करा दी और सायबर सेल को सक्रिय कर दिया। इस दौरान कुछ ऐसे तथ्य सामने आए, जिनसे पुलिस को देवकीनंदन पर शक हुआ। लिहाजा पुलिस ने उससे पूछताछ की। जब कुछ और बातें संदिग्ध लगीं तो पुलिस का अनुमान पक्का हो गया। पुलिस ने कुछ कड़ाई से काम लिया तो देवकीनंदन ने पत्नी की हत्या करना कुबूल कर लिया।
10 दिन पहले बनाया था प्लान
पुलिस अधीक्षक असित यादव ने बताया कि देवकीनंदन और मनोरमा का विवाह तीन वर्ष पूर्व हुआ था। दोनों के बीच संबंध सामान्य नहीं थे। उसने मनोरमा की हत्या का प्लान 10 दिन पहले ही बना लिया था। इसके लिए उसने एक कट्टा व दो कारतूस खरीदे। बुधवार को वह दोपहर के समय ससुराल के लिए निकला। इसके बाद शाम को पांच बजे मनोरमा को साथ लेकर मुरैना लौटने लगा। रास्ते में उसने दो जगह शराब भी पी। एसपी के मुताबिक जींगनी के पास किसी बात को लेकर उनका झगड़ा भी हुआ। इस दौरान देवकीनंदन ने मनोरमा को गोली मार दी। उसने खुद के पेट की त्वचा से भी कट्टा सटाकर एक फायर किया, ताकि यह मामला लूट का लगे।
सिर्फ सोने के जेवर गायब किए
घटना को लूट की तरह प्रदर्शित करने के लिए देवकीनंदन ने अपनी पत्नी मनोरमा के जेवरात भी गायब किए। हालांकि यहां वह चूक कर गया। पुलिस के मुताबिक उसने सिर्फ सोने के जेवरात चुराए। नकली जेवरात तथा कुछ पैसे घटना के बाद भी मौके पर मृतका के पर्स में जस के तस पड़े थे। इसलिए भी पुलिस के शक की सुई देवकीनंदन पर आ अटकी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त किया गया कट्टा व मृतका के जेवरात भी बरामद कर लिए हैं। ये जेवरात उसने पॉलिथिन में बंद करके घटना स्थल पर ही जमीन में गाढ़ दिए थे।
इन बातों से हुआ पुलिस को शक
दोपहर को मुरैना से निकले देवकीनंदन का कुछ ही घण्टों बाद ससुराल से पत्नी को लेकर लौटने की बात पर पुलिस को पहली बार शक हुआ।
देवकीनंदन के पेट में बाईं साइड जिस तरह से गोली लगी थी, उससे भी पुलिस को डाउट हुआ।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक रात्रि में मृतका के मायके वालों की बातें सुनकर भी देवकीनंदन संदेह के घेरे में आ गया।
सुबह उससे जब पूछताछ की गई तो वह सवालों में उलझ गया। उसने कुछ विरोधाभासी बयान दिए, जिनसे उसकी असलियत खुल गई।