scriptकर्मचारियों के लिए फंड नहीं, एसडीओ के बंगले पर लाखों खर्च | No funds for employees, lakhs spent on SDO's bungalow | Patrika News

कर्मचारियों के लिए फंड नहीं, एसडीओ के बंगले पर लाखों खर्च

locationमोरेनाPublished: Jan 25, 2022 08:50:45 pm

Submitted by:

Ashok Sharma

– जर्जर आवासों के मेंटीनेंस का स्टीमेट भेजा तो नहीं दिया पैसा

कर्मचारियों के लिए फंड नहीं, एसडीओ के बंगले पर लाखों खर्च

कर्मचारियों के लिए फंड नहीं, एसडीओ के बंगले पर लाखों खर्च


मुरैना. जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों के जर्जर आवासों की मरम्मत के लिए विभाग के पास पैसा नहीं हैं, वहीं एसडीओ के बंगले की मरम्मत पर लाखों रुपए पानी की तरह बहा दिए। विभाग की इस पॉलिसी से कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। कर्मचारियों का आरोप है कि सर्किल कार्यालय में जो सुविधा शुल्क दे आता है, उसको फंड स्वीकृत कर दिया जाता है। कर्मचारियों के सामने बच्चे पालना मुश्किल हो रहा है फिर मरम्मत के लिए राशि स्वीकृति को पैसे कहां से आएं।
जल संसाधन विभाग के चंबल कॉलोनी में स्थित कर्मचारियों के सरकारी आवास काफी जर्जर हालत में हैं। इनमें से चार कर्मचारी आवासों की मरम्मत के लिए सर्किल ऑफिस में स्टीमेट भेजा गया तो वहां से संबंधित कर्मचारियों को पत्र भेज दिया कि विभाग के पास बजट नहीं हैं। इसलिए फिलहाल मरम्मत नहीं कराई जा सकती। वहीं विभाग के एक एसडीओ का बंगला तैयार किया गया है। उसकी मरम्मत पर दो लाख से अधिक रुपया खर्च किया जा चुका है। खास बात तो यह है कर्मचारियों के आवासों पर हजारों रुपए लगाकर मरम्मत कराई जा सकती थी तो उसके लिए पैसा नहीं था और एसडीओ के बंगले की मरम्मत में लाखों रुपए खर्च कर दिए। सर्किल कार्यालय के जिम्मेदार लोगों की इस दोहरी नीति को लेकर कर्मचारियों में काफी आक्रोश है।
इन कर्मचारी आवासों का भेजा था स्टीमेट……
चंबल कॉलोनी में स्थित जल संसाधन विभाग के जिन कर्मचारी आवासों की मरम्मत के लिए स्टीमेट भेजा था उनमें के एम शर्मा एस टाइप, रविन्द्र सिकरवार एस टाइप, देवेन्द्र सिकरवार आइ टाइप, रघुराज सिकरवार आइ टाइप का स्टीमेट भेजा था। इन आवासों में दीवार की मरम्मत व प्लास्टर बगैरह का काम होना था लेकिन सर्किल कार्यालय से इनका पत्र भेजकर अवगत करा दिया है कि विभाग के पास फंड नहीं हैं।
कथन
– कार्यपालन यंत्री स्तर से पता करवा लेते हैं कि कर्मचारियों से पैसे की मना कर दी और फिर एसडीओ के लिए पैसा अलार्ट कर दिया ऐसा कैसे हुआ।
आर पी झा, मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग

ट्रेंडिंग वीडियो