शुरूआत में नगर के लगभग सभी हिस्सों में सेनेटाइजेशन का काम नगर निगम ने शुरू कराया था। कहीं हाथ की मशीन से तो कहीं क्यूआरवी दमकल से सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे कराया गया। शहर की प्रमुख सड़कों पर बड़ी दमकल को इस काम में उपयोग किया गया, लेकिन अब सेनेटाइेजशन का काम हल्का पड़ गया है, जबकि संक्रमण की आशंका लगातार बनी हुई है। अब आलम यह है कि नगर निगम की टीम सिर्फ उन इलाकों में सेनेटाइजेशन कर रही है, जिन्हें कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद सील किया गया है। ऐसे में शहर के दूसरे हिस्सों में रहने वाले लोग चिंतित हैं। उनका कहना है कि जब तक संक्रमण की आशंका पूरी तरह खत्म नहीं होती, सभी जगह निश्चित समयांतराल पर सेनेटाइजेशन किया जाना चाहिए। खबर तो यह है कि नगर निगम के पास इस समय सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्टॉक भी अधिक नहीं रह गया है।
अब तक 11 लाख का खर्च
शहर को सेनेटाइज कराने पर नगर निगम अब तक कुल 11 लाख रुपए से अधिक धनराशि खर्च कर चुका है। बताया गया है कि अभी तक नगर निगम ने लगभग 16 हजार लिटर सोडियम हाइपो क्लोराइड खरीदा है। इसके अलावा शुरूआत में कुछ सॉल्यूशन प्रेमप्रकाश आश्रम ने भी मुहैया कराया था, लेकिन अब यह काम धीरे-धीरे ठंडा पड़ता जा रहा है। ऐसे में लोग संक्रमण की आशंका से चिंतित हैं।
दरअसल जिले की सीमा पर अल्लाबेली चौकी पर मजदूरों को लेकर आ रहे वाहनों को नियमित सेनेटाइज किया जा रहा है। इस वजह से शहर में फिलहाल कंटेनमेंट एरियाज में ही हाइपोक्लोराइड का स्पे्र हो पा रहा है, लेकिन यह काम बंद नहीं हुआ है। जरूरत के हिसाब से सेनेटाइजेशन जारी है।
अमरसत्य गुप्ता, आयुक्त, नगर निगम