समिति बनाई, चंद घंटों में निपटाई जांच
कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए सहायक संचालक सुधीर सक्सैना व मॉडल स्कूल के प्राचार्य श्याम सिंह तोमर की समिति बनाई और आनन फानन में उनको अपने चेंबर में बुलाकर अपनी आंखों के सामने जांच के नाम पर उनके हस्ताक्षर लिए और डीइओ ने मन गढंत रिपोर्ट तैयार कर कुटरावली संस्था के प्राचार्य से बयान लिए, उन्होंने कह दिया कि हरेन्द्र तोमर के उधारी के पैसे थे, उनको देने आए थे। सवाल यह उठता है कि उधारी के पैसे मॉडल स्कूल में जहां ऑडिट हो रही थी, वहीं पर क्यों दिए, कहीं और क्यों नहीं और कुटरावली संस्था प्रभारी ने उधार पैसे लिए तो हरेन्द्र तोमर से ही क्यों, किसी अन्य से क्यों नहीं लिए।
कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए सहायक संचालक सुधीर सक्सैना व मॉडल स्कूल के प्राचार्य श्याम सिंह तोमर की समिति बनाई और आनन फानन में उनको अपने चेंबर में बुलाकर अपनी आंखों के सामने जांच के नाम पर उनके हस्ताक्षर लिए और डीइओ ने मन गढंत रिपोर्ट तैयार कर कुटरावली संस्था के प्राचार्य से बयान लिए, उन्होंने कह दिया कि हरेन्द्र तोमर के उधारी के पैसे थे, उनको देने आए थे। सवाल यह उठता है कि उधारी के पैसे मॉडल स्कूल में जहां ऑडिट हो रही थी, वहीं पर क्यों दिए, कहीं और क्यों नहीं और कुटरावली संस्था प्रभारी ने उधार पैसे लिए तो हरेन्द्र तोमर से ही क्यों, किसी अन्य से क्यों नहीं लिए।