सरकारी अमले को सुबह के वक्त सूचना मिली कि आरबी आयल इंडस्ट्रीज पर सरसों से लदी दो-टीन ट्रॉलियां आई हैं, जिनका टैक्स नहीं चुकाया गया। इसके आधार पर पटवारी सांतेश सिंह तोमर सुबह 9 बजे आरबी ऑयल, सुमेर सागर अंबाह रोड पर पहुंचे। पटवारी ने ऑयल मिल के मेन गेट को नॉक किया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने फिर से प्रयास किया, फिर भी आधा घण्टे तक आयल मिल का गेट नहीं खोला गया। तब तक पटवारी बाहर ही खड़े रहे। खास बात यह कि इस दौरान पटवारी ने ऑयल मिल के मालिक भोले गुप्ता को भी फोन करके गेट खोलने को कहा, लेकिन उन्होंने भी पटवारी को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। अंतत: पटवारी ने नायब तहसीलदार ओपी श्रीवास्तव व पुलिस को सूचना दी। वे मौके पर पहुंचे तब जैसे-तैसे आयल मिल का गेट खोला गया। लेकिन जब सरकारी अमला अंदर पहुंचा तो वहां उसे खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े मिले। नायब तहसीलदार ने जब इस बारे में पूछा तो जवाब मिला कि हमारे यहां सरसों की कोई भी ट्रॉली नहीं आई है।
अनलोड हो गई होंगी ट्रॉलियां
तकरीबन आधा घण्टा इंतजार करने के बाद जब सरकारी अमला अंदर पहुंचा तो वहां उसे खाली ट्रॉली मिलीं। एक ट्रॉली में तो उस वक्त सरसों की खली लोड की जा रही थी। जबकि सरसों सप्लाई की सूचना पुख्ता थी। इस पर अधिकारियों ने आशंका जताई कि जितनी देर गेट बंद रहा, उतनी देर में सरसों अनलोड कर दी गई होगी। बाद में दिखाने के लिए उसमें सरसों की खली लोड की जाने लगी होगी, ताकि किसी तरह की कार्रवाई न हो।
यह बताया पटवारी ने
पटवारी सांतेश सिंह तोमर के द्वारा कहा गया कि सूचना के आधार पर वे आरबी ऑयल इंडस्ट्रीज सुमेर सागर पर सुबह 9 बजे पहुंचे। जानकारी मिली थी की सरसों की कुछ अवैध ट्रॉली मंडी टैक्स की चोरी कर उतारी जा रही है। मौके पर पहुंचे तो ऑयल मिल संचालक से गेट खोलने के लिए कहा। जब गेट नहीं खुला तो ऑयल मिल संचालक भोले गुप्ता को भी फोन पर बोला। उसके बाद भी उन्होंने गेट नहीं खोला। अंदर ही अंदर सरसों की ट्रॉली खाली हो चुकी थी। बकौल पटवारी उन्होंने जब पूछा तो जवाब मिला कि ये ट्रॉली तो पीना के लिए आई है।
हिदायत दी, पंचनामा बनाया
आरबी ऑयल इंडस्ट्रीज में नायब तहसीलदार, पुलिस व पटवारी मण्डी टैक्स की चोरी तो नहीं पकड़ सकके, लेकिन उन्होंने एक पंचनामा जरूर बनाया। नायब तहसीलदार ने ऑयल मिल संचालक को हिदायत दी कि सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों के लिए आइंदा विलंब से गेट खोले गए तो प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने फैक्ट्री संचालक से यह भी कहा कि वे अपने यहां जब भी सरसों मंगाएं तो यह पुष्टि अवश्य कर लें कि उसका टैक्स विधिवत जमा किया गया है अथवा नहीं।