ड्यूटी को लेकर सिविल सर्जन से भिड़े चिकित्सक
मोरेनाPublished: Oct 22, 2021 07:32:49 pm
– आरएमओ के पहुंचने पर बंद कमरे में सुलझा विवाद
ड्यूटी को लेकर सिविल सर्जन से भिड़े चिकित्सक
मुरैना. जिला अस्पताल की ओपीडी में ड्यूटी को लेकर सिविल सर्जन से एक चिकित्सक को आधे दिन को वेतन काटने का नोटिस थमा दिया तो चिकित्सक आग बबूला हो गया और अस्पताल परिसर में दोनों के बीच तू तू मैं मंै हो गई। दोनों के बीच विवाद को देखने वालों की भीड़ एकत्रित हो गई। हालांकि बाद में सीएस कार्यालय के बंद कमरे में मामला शांत हो गया।
जिला अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सक के न बैठने की शिकायत आए दिन मिल रही हैं। गुरुवार को हड्डी के चिकित्सक डॉ. दीपक चांदिल दोपहर के बाद ओपीडी में नहीं बैठे। मरीजों की भीड़ देखकर सिविल सर्जन ने डॉ. चांदिल को फोन भी लगाया लेकिन उन्होंने रिस्पॉस नहीं दिया। इसी को लेकर सिविल सर्जन डॉ. विनोद गुप्ता ने आधे दिन का वेतन काटने का नोटिस डॉ. चांदिल को थमा दिया। नोटिस पाते ही डॉ. चांदिल आग बबूला हो गए और अस्पताल में घुसते ही सिविल सर्जन दिखे तो डॉ. चांदिल ने बहस करना शुरू कर दी। बहस के बाद झगड़ा एक आम आमदी की तरह होने लगा और अस्पताल के मरीज, अटेंडरों की भीड़ एकत्रित हो गई। उसी समय कुछ मीडिया के साथी वहां पहुंच गए और दोनों चिकित्सक सीएस कार्यालय में चले गए और चेंबर बंद कर लिया। वहीं पर आरएमओ डॉ. धर्मेन्द्र गुप्ता भी पहुंच गए और काफी देर अंदर भी हंगामा होता रहा लेकिन बाद में मामला शांत हो गया।
कथन
– सिविल सर्जन ओपीडी की ड्यूटी को लेेकर नाराज हो रहे थे। मैंने उनसे कहा कि अमरजेंसी ड्य़ूटी करते हैं कभी ओपीडी में नहीं बैठ पाते हैं। यही बात थी, हालांकि वह समझाने जैसी बात कर रहे थे।
डॉ. दीपक चांदिल, हड्डी रोग विशेषज्ञ
– डॉ. चांदिल ओपीडी में समय पर नहीं बैठते हैं। गुरुवार को दोपहर के बाद ओपीडी से चले गए, वहां मरीज खड़े थे, मैंने फोन किया तो बंद कर लिया, मुझे मरीज देखने पड़े। मैंने आधे दिन को वेतन काटने का नोटिस थमा दिया, इसी बात पर नाराज हो रहा था। बाद में उसकी समझ में आ गया।
डॉ. विनोद गुप्ता, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल