गोवंश की मौत पर एफआइआर की तैयारी, आयुक्त का नाम आते ही पीछे हटी पुलिस
मोरेनाPublished: Jan 15, 2022 08:01:55 pm
– पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने एन वक्त पर किया हस्तक्षेप, गोसेवकों में आक्रोश
गोवंश की मौत पर एफआइआर की तैयारी, आयुक्त का नाम आते ही पीछे हटी पुलिस
मुरैना. देवरी गोशाला में हुई पिछले कुछ दिनों से लगातार गोवंश की मौत हो रही है। इसको लेकर गोवंश ने सिविल लाइन थाने में आवेदन देकर दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर की मांग की। उसके बाद पुलिस देवरी गोशाला भी पहुंची और एफआइआर की पूरी तैयारी कर ली। दो तीन अधिकारी कर्मचारियों के नाम भी तय कर लिए लेकिन जैसे ही निगम आयुक्त का नाम सामने आया, वैसे ही पुलिस पीछे हट गई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी अड़ गए और बोले आयुक्त के खिलाफ नहीं, इसके अलावा जो भी नाम आप सुझाओगे, उनको आरोपी बना दिया जाएगा, लेकिन गोसेवक आयुक्त को भी आरोपी बनाना चाह रहे थे इसलिए एफआइआर होते होते टल गई। अब अधिकारियों ने जांच का बहाना बनाकर मामले का लटका दिया है।
यहां बता दें कि १७ दिसंबर से अभी तक ढाई सैकड़ा गोवंश की मौत हो चुकी है। इनमें से अधिकांश देवरी गोशाला में मृत हुए हैं। कुछ शहर से मृत अवस्था में गोशाला ले जाए गए। पिछले तीन चार महीने से गोशाला में भूसा संकट छाया हुआ है। गोवंश अगर जिंदा है तो दानदाताओं की मेहरबानी से, अन्यथा नगर निगम के जिम्मेदार तो गोवंश के लिए ठंड का भी पर्याप्त प्रबंध नहीं कर सके। इसलिए ठंड से भी गोवंश की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही गोवंश की मौत को लेकर ११ जनवरी को गोसेवक देवेन्द्र मुदगल सहित अन्य गोसेवकों ने सिविल लाइन थाने में आवेदन दिया और मांग की कि दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। उसके बाद पुलिस देवरी गोशाला पहुंची, मामले की जाचं कर एफआइआर के लिए गोसेवकों को थाने बुला लिया। नोडल अधिकारी सहित तीन लोगों को आरोपी बनाने के लिए पुलिस तैयार हो गई लेकिन गोसेवक बोले कि देवरी गोशाला की व्यवस्थाएं बिगडऩे के पीछे आयुक्त भी तो हैं, इनको भी आरोपी बनाओ, उसके बाद अधिकारियों में खलबली मच गई और तुरंत सीएसपी भी सिविल लाइन थाने पहुंच गए और आनन फानन में गोशाला प्रभारी व जेसीबी चालक को हटा दिया जिससे गोसेवकों का ध्यान एफआइआर से हट जाए।
गोवंश की मौत जिम्मेदारों के खिलाफ एफआइआर नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन
शहर जिला कांग्रेस ने देवरी गांव स्थित गोशाला पहुंचकर वहां के हालात को देखा। वहां गोवंश बहुत ही दयनीय स्थिति में पाया गया। वहां पर न तो चारे की व्यवस्था थी और न ही सर्दी से बचाव के लिए कोई व्यवस्था थी। गोशाला में गोमाताओं के शरीर में कीड़े पड़े हुए पाए गए। शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में सिविल लाइन थाने में ज्ञापन दिया गया और चेतावनी दी है कि गोवंश की मौत के जिम्मेदारों के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं की गई तो कांग्रेस आंदोलन करेगी। कांग्रेसियों ने कहा कि बड़ी संख्या में भूख व ठंड से गोवंश की मौत हो रही है लेकिन प्रशासन व सरकार के जिम्मेदार गोशाला तक नहीं पहुंचे हैं। कांग्रेसियों ने क्षेत्रीय सांसद पर कटाक्ष किया।
इस अवसर पर राकेश यादव, रामलखन डंडोतिया, सुभाष सिंह सिकरवार, मानवेन्द्र गांधी, राकेश परमार, गौरीशंकर कुशवाह, विष्णु अग्रवाल, मनोज सिकरवार, विनोद शर्मा, अशोक तोमर, गौरव चतुर्वेदी, कुलदीप सिकरवार, रन सिंह सिकरवार, सौरव डंडोतिया, गोलू पलिया, सौरभ सोलंकी, राजकुमार कुशवाह, रिंकू पचौरी, रामू टुडेलकर, सोनू जोनवार, आकाश रावत, भूरा जाटव, भरत शर्मा, संजय शर्मा, दीपेंद्र, अमन दंडोतिया आदि कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कथन
– गोशाला में हुई गोवंश की मौत के मामले में एसडीएम ने जांच समिति बना दी है। उसकी रिपोर्ट आते ही एफआइआर दर्ज की जाएगी। फिलहाल दो लोगों को गोशाला से हटा दिया है। रही बात आयुक्त के खिलाफ एफआइआर की तो जांच में जो भी सामने आएगा, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
अतुल सिंह, सीएसपी