कन्या विद्यालय में निजी विद्यालय की तर्ज पर एलकेजी, यूकेजी की कक्षाएं भी शुरू की जा रही हैं। इस वर्ष से ही नि:शुल्क प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। स्कूल में आधुनिकता के आधार पर कम्प्यूटरीकृत शिक्षा, प्रत्येक विषय की स्मार्ट कक्षाएं, प्रोजेक्टर द्वारा अध्यापन कार्य संपन्न कराया जाएगा। स्कूल में आधुनिक उपकरणों के साथ साइंस की प्रयोगशाला तैयार की जाएगी। इस सरकारी स्कूल में शासन कन्याओं को वह हर सुविधा मुहैया कराएगा जो एक बेहतर क्वालिटी के निजी स्कूल में दी जाती हैं। म प्र राÓय ओपन बोर्ड की पहल है कि कन्या शाला को एक उ’चस्तरीय संस्था के रूप में विकसित किया जा सके। इसके लिए जो भी प्रयास हो वह किए जाएंगे। संस्था के विकास के लिए करीब चार से पांच करोड़ रुपए खर्च करने की योजना हैं। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि फिलहाल पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से शिक्षकों द्वारा अध्यापन, साथ ही माइक्रोशॉफ्ट टीम एप के माध्यम से अध्यापन कार्य संचालित किया जा रहा है।
भृत्यों को दिया जाएगा प्रशिक्षण संस्था के समस्त भृत्यों को उनके दायित्वों के अतिरिक्त प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन, ड्रायविंग, कम्प्यूटर ट्रेनिंग, हाउस कीपिंग आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे संस्था में इनसे संबंधित कार्य के लिए बाहर से मैकेनिक नहीं बुलाना पड़े और संस्था के कार्य ये भृत्य ही आसानी से कर सकें।
तैयार होगी 100 सीटर कम्प्यूटर लैब संस्था में छात्राओं को कम्प्यूटर की बेहतर शिक्षा देने के लिए 100 सीटर कम्प्यूटर लैब तैयार की जाएगी। इसके लिए शासन से कम्प्यूटर व अन्य एसेसरीज सहित ऑपरेटर की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए संस्था परिसर में दो हॉल रिजर्व कर दिए हैं। उनमें ये लैब तैयार की जा सकेगी।
इंडोर व आउटडोर गेंम की होगी बेहतर सुविधा छात्राओं के खेलकूद में पारंगत करने के लिए पुरानी बिल्डिंग के पीछे पड़े फील्ड पर नई बिल्डिंग तैयार की जाएगी और पुरानी बिल्डिंग को डिसमेंटल करके आउटडोर और इंडोर गेम की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए खाका तैयार किया जा चुका है।