ज्ञापन में कहा है कि अभी हाल ही में 13 अक्टूबर को बंग्लादेश के कोमिल्ला जिले में इन कट्टरपंथियों द्वारा देवी देवताओं के पंडालों को जलाया गया। साथ ही इस्कॉन मंदिर एवं विभिन्न मंदिरों के देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को खंडित किया गया। इस प्रकार की यह घटना 1 जिले में नहीं, बल्कि लगभग 22 जिलों में घटित हुई, जिसमें लगभग 150 देवी पंडाल एवं मंदिर में आग जलाकर समाप्त कर दिए। इतना ही नहीं हिंदुओं को चिह्नित कर मारपीट की गई। माता-बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रही है।
इस घटना में लगभग 66 परिवारों को अपनी जान बचाकर घर छोड़कर भागना पड़ा एवं लगभग 20 लोगों की मृत्यु हो गई। इतना सब होने के बाद भी बांग्लादेश सरकार आंख बंद कर बैठी है। इन वीभत्स घटनाओं को देखकर हिंदओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद बांग्लादेश सरकार से मांग करती है कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएं एवं दोषियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई करें। भारत सरकार से मांग है कि वह भी बांग्लादेश की घटनाओं को रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए। इस अवसर पर ममता शर्मा, सुनील सिकरवार जिला सुरक्षा प्रमुख, विजय भारती नगर सह मंत्री, बंटी सिकरवार नगर सह संयोजक, मनोज गुप्ता नगर अध्यक्ष, बहादुर सिंह गौड़ नगर उपाध्यक्ष, आकाश बघेल, मनीराम बघेल, राहुल पचौरी, आनंद गुप्ता, आशुतोष पाराशर, राम नरेश वर्मा, सौरव शर्मा आदि उपस्थित रहे।