पेंशन सहित अन्य सुविधाओं के लिए परेशान हैं सेवानिवृत्त शिक्षक
मोरेनाPublished: Nov 23, 2021 07:56:09 pm
– विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लटकी हैं कई फाइल- ५० से ७० हजार रुपए की मांग की जाती है एक फाइल निपटाने की रिश्वत
पेंशन सहित अन्य सुविधाओं के लिए परेशान हैं सेवानिवृत्त शिक्षक
मुरैना. जिस विभाग की जीवन भर सेवा की, उसी विभाग के लोग सेवानिवृत्त शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं। मुरैना विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ कुछ कर्मचारियों की मनमानी के चलते सेवानिवृत्त शिक्षक पेंशन प्रकरण की फाइल तैयार करवाने के लिए कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। यहां पदस्थ बाबू कई शिक्षकों की फाइलों को लटकाए हुए हैं। जो उसकी बात मान लेता है, उसकी फाइल तैयार कर पेंशन विभाग को भेज दी जाती है, अन्य शिक्षकों की फाइलों में कोई न कोई कमीं बताकर वापस कर दिया जाता है।
यहां बता दें कि म प्र सरकार के ऐसे निर्देश हैं कि कर्मचारी की सेवानिवृत्ति के साथ ही उसकी पेंशन सहित अन्य प्रकरण निपट जाना चाहिए लेकिन शिक्षा विभाग के दर्जनों लोग बीइओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। खबर है जो कर्मचारी मनमाने ढंग से वसूली कर रहे हैं, उनको विकास खंड शिक्षा अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है और इनके इशारे पर ही काम कर रहे हैं। कुछ सेवानिवृत्त शिक्षक ऐसे भी हैं जिनको पैसे की काफी जरूरत है, वह बाबू के यहां जाते हैं, उनके सामने अनावश्यक डिमांड रख दी जाती है इसलिए वह पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं और उनकी फाइल भी कंपलीट नहीं हो पा रही है।
जीवनभर ईमानदारी से की नौकरी अब ……….
सेवानिवृत्त शिक्षकों का कहना हैं कि जीवन भर ईमानदारी से नौकरी की और अब अपने ही विभाग में बिना पैसे के काम नहीं हो रहा। उनका कहना हैं कि जीवनभर की पूंजी में से कैसे देंदे, अगर काम नहीं होगा तो वरिष्ठ अधिकारियों के दरवाजे खटखटाएंगे। लेकिन पैसे नहीं देंगे क्योंकि यह तो हमारा हक है। जिन शिक्षकों ने पैसे दिए, उनका बाद में रिटायरमेंट हुआ फिर भी फाइल आगे बढ़ गई। शिक्षकों का यह भी कहना हैं कि दो चार हजार रुपए हों तो कुछ सोचें भी, यहां तो बाबू ५० से ७० हजार तक इस बात के मांग रहा है कि फाइल कंपलीट कर जल्दी पेंशन विभाग में भेज दी जाएगी।
लंबे समय से जमें हैं कर्मचारी ………
विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जो कर्मचारी हैं, वह लंबे समय से जमे हुए हैं। इनके रहते दर्जनों अधिकारी बदल गए लेकिन ये कर्मचारी अंगद के पैर की मानिंद इसी कार्यालय में जमे हैं। इन कर्मचारियों की जड़े राजनीतिक लोगों से जुड़ी होने के कारण इनका स्थानांतरण नहीं हो पा रहा है।
कथन
– सेवानिवृत्त शिक्षकों की फाइल निपटाने के पैसे लेने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है लेकिन आपने बताया है तो कल कार्यालय पहुंचकर मैं दिखवाता हूं कि कितने मामले पेडिंग पड़े हैं।
अनूप त्रिपाठी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, मुरैना