script

नियुक्त पद से रिटायर होना शोषण से कम नहीं

locationमोरेनाPublished: Jan 01, 2020 10:54:49 pm

35-40 साल की सेवा में नहीं मिली पदोन्नति, सेवानिवृत्त विदाई एवं सम्मान समारोह में झलका शिक्षकों का दर्द

नियुक्त पद से रिटायर होना शोषण से कम नहीं

शिक्षकों का सम्मान करते आयोजक।

मुरैना. शिक्षा विभाग में 35-40 साल पहले नियुक्त हुए शिक्षकों को उसी पद से सेवानिवृत्त होने का दर्द बुधवार को छलका। शिक्षक की सेवानिवृत्ति पर आयोजित विदाई एवं सम्मान समारोह में वक्ताओं ने इसे मानसिक शोषण करार दिया।
शासकीय मावि हड़बांसी में शिक्षक रामअवतार शर्मा की सेवानिवृत्ति पर आयोजत विदाई एवं सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. नरेश सिंह सिकरवार ने शिक्षकों की यह पीड़ा व्यक्त की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार, विशिष्ट अतिथि पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष केदार सिंह यादव रहे। उदयवीर सिंह सिकरवार, रामप्रकाश राजौरिया, रामनरेश सिकरवार, जौरा बीआरसी मुन्नालाल यादव, विमलेश यादव, रूप सिंह, देवेंद्र सिकरवार, रामावतार शर्मा मौजूद रहे। संचालन रामनरेश शर्मा ने किया। सेवानिवृत्त शिक्षक रामवतार शर्मा को शॉल, श्रीफल एवं पुष्पहार से सम्मानित किया। पूर्व विधायक सिकरवार ने कहा कि रामवतार शर्मा ने अपने सेवाकाल में पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से शिक्षक के दायित्वों का निर्वाह किया। शिक्षक सरकारी सेवा से से मुक्त होता है लेकिन समाज के प्रति उनके दायित्व हमेशा बने रहते हंै। यादव ने कहा कि रामावतार शर्मा ने शिक्षक के रूप में हमेशा उच्च आदर्शों को तरजीह दी है। वे समाज हित के कार्यों में भी हमेशा अग्रणी रहें यही आशा है।

ट्रेंडिंग वीडियो