कलेक्टर शनिवार सुबह नगर में सफाई व्यवस्था का जायजा लेने नगर में निकले। जीवाजीगंज, हनुमान चौराहा, स्टेशन रोड, महादेव नाका, अंडरब्रिज, ओवरब्रिज, पीजी कॉलेज, एमएस रोड एवं रामनगर में निरीक्षण किया। कलेक्टर को कई जगह गली-मोहल्लों से ढोए जाने वाले कचरे के ढेर मिले। कलेक्टर ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर कचरा डंपिंग कम से कम हो। जरूरत के हिसाब से इसके लिए जरूरी उपकरण की खरीद की जा सकती है। निगम आयुक्त को निदेश दिए कि सफाई व्यवस्था के लिए 15-15 दिन का रोस्टर बनाएं। इसके साथ ही नालियों की सफाई पर खास जोर दिया गया। नगर निगम कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता, स्वच्छता निरीक्षक ललित शर्मा, केशव आदि साथ रहे।
माइक से होगी उद्घोषणा, सडक़ पर न बांधें पशु भ्रमण के दौरान फाटक बाहर रामनगर की शर्मा गली पहुंचे कलेक्टर बीच सडक पर बनाए गए तबेले को देखकर हैरान हो गए। यहां नियिमत सफाई तो होती है, लेकिन सडक़ों पर ही पशु बांधे जाने से इस सफाई का कोई लाभ नहीं दिखा। पशुओं के गोबर से नालियां जाम मिलीं। पशुपालक शिवराज सिंह तोमर की भैंसें व गायों को कलेक्टर ने सडक़ से हटवाया। हालांकि पहले कलेक्टर को यह समझाने का प्रयास किया गया कि आज ही सडक़ पर बांधी हैं, लेकिन उनके घर में ज्यादा जगह नहीं दिखी। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। तब पशु पालक ने कहा कि वह इन पशुओं को गांव भिजवा देगा। कलेक्टर ने चेतावनी दी कि पशुओं को सडक़ों पर नहीं पालने दिया जाएगा। उनके गोबर से नालियां चोक हो जाती हैं। कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम सडक़ों पर पशु बांधने की प्रवृत्ति रोकने के लिए पहले माइक से गली-गली उद्घोषणा करवाए। साथ ही पॉलीथिन भी नालियों में न फैंकने को कहा जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जीवाजीगंज साफ-सुथरा दिखना चाहिए। नगर निगम के गाड़ी अड्डा का भी निरीक्षण किया। यहां कलेक्टर ने गोबर और कचरा अलग होने की विधि को देखा। कलेक्टर ने पुराने वाहनों को नीलाम करके नए वाहन क्रय करने के निर्देश नगर निगम कमिश्नर को दिए।