यह भी पढ़ें
BREAKING : ST/SC संशोधन बिल के विरोध में अर्धनग्न होकर सड़कों पर उतरे लोग,मंत्री के बंगले का घेराव,जिले में हाईअलर्ट,See video
भारी पुलिस फोर्स के चलते बमुश्किल मंत्री की गाड़ी को निकाला जा गया। इससे पूर्व शुक्रवार को मुरैना में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्य सभा सदस्य प्रभात झा को चूडिय़ां भेंट कर विरोध जताया जा चुका है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी एक्ट में बिना जांच किए गिरफ्तारी पर रोक के लगाने आदेश जारी किए थे। केन्द्र सरकार द्वारा संसद में इसके बिल पास करके सुप्रीम कोर्ट के आदेश को निष्प्रभावी कर दिया। इसके विरोध में सामान्य व पिछड़ा वर्ग के लोगों में आक्रोश है। यह भी पढ़ें
बड़ी खबर : SC/ST एक्ट का विरोध,एसपी की गाड़ी में आए सांसद,दिखाए काले झंडे,देखें वीडियो
इसी के चलते मुरैना में एलान कर दिया है कि किसी भी पार्टी का नेता मुरैना आएगा, उसका विरोध किया जाएगा। इस विरोध का शंखनाद 31 अगस्त से प्रभात झा को काले झंडे दिखाकर किया गया। सांसद अनूप मिश्रा विरोध के चलते न भाजपा के कार्यक्रम में आए और न शनिवार को पोस्ट आफिस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होने के बाद भी नहीं आए। प्रदर्शनकारी ठीक दो बजे पुराने बस स्टैंड पर शुक्ला होटल के पास एकत्रित हुए। वहां ढाई बजे नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद प्रदर्शनकारी रैली के रूप में टाउन हॉल जीवाजी गंज पहुंचे। यह भी पढ़ें
6 सितंबर को भारत बंद को लेकर प्रदेश में भारी अलर्ट,ये निर्देश किए जारी
उनको लगा कि सांसद व मंत्री टाउन हॉल में आयोजित पोस्ट ऑफिस के कार्यक्रम में आएंगे, वहीं उनको काले झंडे दिखाए जाएंगे। विरोध के चलते स्वास्थ्य मंत्री भी डेढ़ घंटे विलंब से पौने चार बजे टाउन हॉल पर पहुंचे। भारी पुलिस फोर्स के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने मंत्री को काले झंडे दिखाए और गाड़ी को घेर लिया। मंत्री के गाड़ी के कांच बंद कर लिए तो लोगों ने गाड़ी के ऊपर चूडिय़ां फेंकी गई।
यह भी पढ़ें
BREAKING : तेज रफ्तार से दौड़ रहा ट्रक नदी में गिरा,लाखों का घी पानी में डूबा
सीएसपी राजेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में सिटी कोतवाली,सिविल लाइन और पुलिस लाइन का पुलिस फोर्स तैनात रहा तब बड़ी मुश्किल से मंत्री को टाउन हॉल में प्रवेश कराया गया। उसके बाद भी टाउन हॉल के गेट पर काफी देर तक नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया। मंत्री के घेराव में अपने आपको आंदोलन का नेता मानने वाले दिखाई नहीं दिखे। इसको लेकर प्रदर्शनकारियों के बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त थीं।