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गलेथा गांव में छापा, 14 ट्रॉली, दो डंपर चंबल का रेत जब्त

locationमोरेनाPublished: May 18, 2019 10:37:45 pm

Submitted by:

Vivek Shrivastav

वन, राजस्व व पुलिस टीम की संयुक्त कार्रवाई, जब्त रेत की कीमत एक लाख रुपए
 

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गलेथा गांव में छापा, 14 ट्रॉली, दो डंपर चंबल का रेत जब्त

मुरैना. वन, राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने शनिवार को सुबह छापामार कार्रवाई कर बागचीनी थाना क्षेत्र के गलेथा गांव से 80 घनमीटर चंबल का रेत जब्त कर लिया। 14 ट्रैक्टर ट्रॉलियों व दो डंपर में भरकर यह रेत एबी रोड स्थित घडिय़ाल संरक्षण केंद्र पर लाया गया। मौके पर पड़े रह गए बाकी रेत को संयुक्त दल ने मिट्टी में मिलाकर अनुपयोगी बना दिया।
वन मंडलाधिकारी पीडी गेब्रियाल ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल यह तय नहीं कि रेत किसका है। किसी एक व्यक्ति का है या कई लोगों का। पड़ताल की जा रही है ठोस प्रमाण मिलने पर संबंधित लोगों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। पिछले छह माह में वन विभाग और पुलिस की यह सबसे बड़ी संयुक्त कार्रवाई मानी जा रही है।
डीएफओ के अनुसार मुखबिर से डंप रेत की सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम दो दिन से रैकी कर रही थी। कोशिश थी कि इस रेत का परिवहन करते हुए कोई पकड़ा जाए। लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तेा शनिवार को जिले भर से वन रक्षकों के अलावा एसडीओ, राजस्व व पुलिस विभाग की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि डंप रेत की जानकारी वन विभाग के पास पहले से थी। दो दिन से टीम मौके का मुआयना भी कर रही थी, लेकिन समन्वय के अभाव में कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। वन विभाग की कार्रवाई की तैयारी की भनक रेत माफिया को लग गई थी। इसलिए शुक्रवार-शनिवार की रात 250-300 ट्रॉली रेत ढोकर दूसरी जगह डंप कर देने की खबर है। हालांकि अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं।
शहर की मंडियों पर नहीं हो पा रही कार्रवाई

चंबल के रेत का कारोबार न कभी रुका न कम हुआ। प्रशासन से सीधे टकराने की जगह रेत माफिया ने परिवहन के रास्ते जरूर बदल दिए। सीधे अवैध रेत खदानों पर छापमार कार्रवाई तो अरसे से नहीं हुई है। दो माह पूर्व अंबाह के क्षेत्र में चंबल के घाट पर नदी में घुसकर 200 से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रेत खोदकर भरने और परिवहन करने की जानकारी प्रशासन के पास थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई। शहर में बड़ोखर में अब भी रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियों की मंडी लगती है। बानमोर में भी नप मोड़ पर दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉलियां चंबल के रेत से भरकर खड़ी होती हैं, लेकिन प्रशासन यहां कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
भारी पुलिस व वन विभाग का फोर्स पहुंचा मौके पर

अवैध तौर से डंप रेत को जब्त करने के दौरान किसी तरह के विवाद की स्थिति की आशंका को ध्यान में रखकर प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी। कलेक्टर प्रियंका दास, एसपी डॉ असित यादव के साथ वन मंडलाधिकारी पीडी गेब्रियाल के निर्देशन में पुलिस और राजस्व की टीम के अलावा 65 से अधिक जवान वन विभाग के इस कार्रवाई में शामिल हुए।
एक लाख रुपए कीमत का है जब्त रेत

वन विभाग ने अवैध रूप से गलेथा में नहर के किनारे सरकारी जमीन पर डंप रेत को को जब्त किया है। जब्त रेत का बाजार भाव करीब 90 हजार से एक लाख रुपए माना जा रहा है। अवैध रेत की ट्रॉली मुरैना जिले में औसतन तीन हजार रुपए में बिकती है। जबकि एक डंपर रेत की कीमत 25 हजार रुपए होती है। इस प्रकार 42 हजार रुपए से अधिक का ट्रैक्टर ट्रॉलियों का रेत हैऔर 50 हजार से ज्यादा कीमत डंपरों में भरकर लाए गए रेत की कीमत है।
बागचीनी थानाक्षेत्र के गलेथा गांव में छापामार कार्रवाई कर 80 घन मीटर के करीब चंबल का डंप रेत जब्त किया है। 14 ट्रैक्टर ट्रॉलियों व दो डंपर में हिटैची की मदद से भरकर देवरी घडिय़ाल केंद्र परिसर में लाकर रखा गया है। मौके से कोई पकड़ा नहीं गया है। यह सरकारी जमीन पर डंप था। पड़ताल की जा रही है कि यह रेत किसका था। यदि ठोस प्रमाण मिले तो संबंधित के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पीडी गेब्रियाल, वन मंडलाधिकारी मुरैना।

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