बुधवार को पहाड़ी इलाके में सर्चिंग के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी छाती में दर्द होने लगा जिसके बाद हेलीकॉप्टर से उन्हें उपचार के लिए श्रीनगर लाया गया, जहां डॉक्टर ने कुछ समय वेंटिलेटर पर रखने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सेना के वाहन से जैसे ही पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो शव को देखकर परिजनों सहित हर कोई बिलख-बिलख कर रोने लगा।
शहीद सुखवीर सिंह की पत्नी सहित 3 बेटियां एवं एक बेटा शामिल है। इससे पूर्व शहीद के पार्थिव शरीर को उनके गांव में सेना के जवानों द्वारा सम्मानपूर्वक लाया गया। इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक ग्रुप अंबाह ने अमर शहीद को श्रद्धांजलि दी गई तथा 2 मिनट का मौन धारण किया गया।