खास बात ये है कि वीडियो बनाने वाले श्रद्धालु ने मोबाइल से प्रतिमा को देखा तो आंखें खुली हुई दिखाई दी। खुली आंखों के वीडियो के सामने आने के बाद लोग तरह तरह के प्रकोप जैसी बातों को भी करते नजर आ रहे हैं। वहीं कुछ इसे शनि देव की कृपा भी बता रहे हैं।
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इस संबंध में मंदिर के पुजारी बाबा शिवरामदास त्यागी महाराज ने वीडियो देखने के बाद कहा कि वीडियो से अगर छेड़छाड़ नहीं हुई है, तो यह अद्भुत घटना है। दरअसल वर्ष 2022 के अंतिम दिन 31 दिसंबर को दोपहर 4 बजे दर्शन करने के बाद एक श्रद्धालु ने गर्भगृह के बाहर वीडियो बनाया था। यह वीडियो ग्वालियर पुलिस लाइन में पदस्थ पुलिसकर्मी अशोक परिहार द्वारा बनाया जाना बताया जाता है।
अशोक परिहार के अनुसार 31 दिसंबर की शाम को मुरैना के रिठोरा कलां ऐंती पर्वत स्थित भगवान शनिदेव के दर्शन करने पहुंचा था। शाम के करीब 4 बजे का समय होगा, वह मंदिर में भगवान शनिदेव की प्रतिमा की वीडियो बना रहा था। तभी उसे वीडियो में भगवान के नेत्र खुले दिखाई दिए, तो उसने मोबाइल हटाकर अपनी आंखों से देखा तो शनि देव की आंखें खुली हुई। वहीं इसे वह अपने ऊपर शनि देव की कृपा होना बता रहे हैं।
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शनिश्चरा मंदिर की ये है कथामान्यता के अनुसार त्रेतायुग में जब श्रीहनुमान ने शनिदेव को रावण की कैद से छुड़ाया था, तो शनि देव के कहने पर हनुमान जी ने उन्हें अत्यंत तेज वेग से उत्तर दिशा की ओर फैंका था। हनुमान जी के इस तेज वेग से फैंकने के कारण ही शनि देव उल्का पिंड की भांति मुरैना जिले के रिठोरा कलां ऐंती पर्वत पर गिरे, तभी से यहां उनका वास हुआ।
शनिदेव का ये मंदिर अति विशेष और अत्यंत खास मना जाता है। यहां हर शनिवार सैंकड़ों की संख्या में लोग आते है। वहीं शनिश्चरी अमावस्या के दिन तो यहां पूरे दिन मेला लगा रहता है।