जलीय जीवों की गणना के लिए चंबल में उतरेंगी टीमें
मोरेनाPublished: Jan 08, 2023 01:40:35 pm
- फरवरी के पहले सप्ताह में मुरैना आएगीं डब्ल्यूआईआई और बीएनएचएस की टीम


जलीय जीवों की गणना के लिए चंबल में उतरेंगी टीमें
मुरैना
चंबल घडिय़ाल अभयारण में आने वाली नदियों में जलीयजीवों की गणना अगले माह फरवरी के पहले सप्ताह से शुरू होगी। सर्वे करने डब्ल्यूआईआई, बीएनएचएस की टीम आएंगी। इन टीमों के साथ स्थानीय वन अमला भी रहेगा। यह टीम चंबल नदी में श्योपुर से लेकर मुरैना, भिंड तक जलीय जीवों की गिनती कर रिकार्ड तैयार करेगी।
डब्ल्यूआईआई, बीएनएचएस की टीम द्वारा चंबल घडिय़ाल अभयारण में आने वाली पार्वती नदी के 60 और चंबल नदी के 435 किलोमीटर के हिस्से में पाए जाने वाले जलीय जीव घडिय़ाल, मगरमच्छ, डॉल्फिन की गणना करेगी। टीम द्वारा वन्यजीवों की संख्या का पूरा रिकार्ड तैयार करने के बाद प्रदेश व केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। वर्ष 2021 में हुए सर्वे में 2176 घडिय़ाल चंबल नदी में पाए गए थे। वहीं वर्ष 2022 में 2114 घडिय़ाल मिले।
अब तक गणना में मिले घडिय़ाल
साल - घडिय़ाल
2016 - 1162
2017 - 1255
2018 - 1681
2019 - 1876
2020 - 1859
2021 2176
2022 2114
इनका कहना है
घडिय़ाल अभयारण में जलीय जीवों की वार्षिक गणना का काम फरवरी के पहले सप्ताह से शुरू होगा। सर्वे करने डब्ल्यूआईआई व बीएनएचएस की टीम आएगीं। हमारी टीम भी साथ रहेगी। घडिय़ाल, मगरमच्छों के अलावा डॉल्फिन की गणना होती है।
स्वरूप दीक्षित, डीएफओ, मुरैना