शहर में चल रहा था गर्भपात का धंधा, ग्वालियर की टीम ने कार्रवाई
मोरेनाPublished: Sep 26, 2020 10:00:37 pm
– मौके से प्राइवेट नर्स सहित दो लोग गिरफ्तार- पोर्टेवल अल्ट्रासाउंड मशीन सहित गर्भपात काम आने वाले उपकरण व दवा जब्त
शहर में चल रहा था गर्भपात का धंधा, ग्वालियर की टीम ने कार्रवाई
मुरैना. शहर की संजय कॉलोनी में पिछले लंबे समय से गर्भपात का खेल चल रहा था। समाजसेवी महिला मीना शर्मा ने ग्वालियर की पीसीपीएनडीटी समिति के द्वारा कोतवाली पुलिस को साथ लेकर छापा डलवाया। मौके से पोर्र्टेवल अल्ट्रासाउंड मशीन सहित अन्य उपकरण व गर्भपात में काम आने वाली दवाएं मौके से जब्त की हैं। वहीं गर्भपात केन्द्र का संचालन करने वाली प्राइवेट नर्स रेखा पत्नी देवेन्द्र सेंगर और एक अन्य सहयोगी जो पुलिस को देखकर मशीन लेकर भाग रहा था दुर्गेश पुत्र कल्याण श्रीवास निवासी माता वाली गली महावीर पुरा मुरैना को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक व्यक्ति पड़ोसी के मकान पर नसेनी लगाकर भाग गया। उसका पुलिस पता कर रही है कि वह चिकित्सक था या कोई अन्य सहयोगी था। मौके से मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी ०६ एमएस ९२५९, तीन चार मोबाइल व कुछ नगदी भी जब्त की है। यह कार्रवाई शनिवार की दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक चली।
टी आई सिटी कोतवाली अजय चानना ने बताया कि ग्वालियर निवासी मीना शर्मा समाजसेवी एवं पीसीपीएनडीटी समिति ग्वालियर की सदस्य भी हैं, इनके द्वारा ग्वालियर की समिति को बताया गया। उन्होंने चंबल कमिश्नर को अवगत कराया। कमिश्नर ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को सहयोग के लिए बोला। उसके बाद ग्वालियर की टीम कोतवाली पहुंची। यहां कोतवाली पुलिस ने एक गर्भवती महिला और कोतवाली की महिला आरक्षक प्रीती को जांच के लिए भेजा। उनके साथ महिला सब इंसपेक्टर रूबी तोमर, आरक्षक रेनू, प्रिया को भी सिविल डे्रस में भेजा। इन्होंने गर्भपात सेंटर संचालित करने वाली महिला रेखा सेंगर को फोन से संपर्क किया और उसने नेकी की दीवार के पास पुलिस की इन्फॉर्मर गर्भवती महिला को बुलाया। वहां उसका मोबाइल जब्त कर लिया और उसको अपने घर संजय कॉलोनी ले गई। वहां उसकी जांच की, जांच उपरांत बताया कि उक्त महिला के गर्भ में बच्ची है। उसके बाद महिला आरक्षक प्रीती से जांच के लिए बात कराई तो वह समझ गई और उसने जांच करने से मना कर दिया। उसके बाद जो महिला जांच कराकर आई थी, उसको लेकर ग्वालियर की टीम व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। वहां राधा पत्नी भरत जादौन जो कि आरोपी रेखा सेंगर की मां है, के मकान की दूसरी मंजिल पर दबिश दी। ग्वालियर की टीम में समाजसेवी व समिति सदस्य मीना शर्माद्व सहायक संचालक महिला बाल विकास शालिनी शर्मा, डॉ. बिंदु सिंहल समिति की नोडल अधिकारी और मुरैना से प्रभारी एसडीएम भरत कुमार, नोडल अधिकारी डॉ. गिर्राज गुप्ता, टी आई कोतवाली चानना सहित उनकी टीम ने दबिश देकर कार्रवाई की। टी आई चानना ने बताया कि गिरफ्तार महिला से पूछताछ के बाद और डिटेल सामने आएगी।
झांसी व ग्वालियर में पकड़े गए गर्भपात के मामले से जुड़े तार
समाजसेवी मीना शर्मा ने बताया कि पिछले दो महीने से मुरैना में गर्भपात सेंटर चलने की सूचना मिल रही थीं लेकिन प्रोपर एडे्रस नहीं मिल पा रहा था। इस सेंटर के तार झांसी व ग्वालियर में पकड़े गए अवैध सेंटरों से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि १५ जनवरी को झांसी में गर्भपात करने वाला रेकिट पकड़ा था, उसमें मुरैना की महिला भी पकड़ी गई थी। उसके कनेक्शन भी इस रेकिट से जुड़े हुए थे।
आगरा, दिल्ली और ग्वालियर तक के मरीज आते थे यहां
गर्भपात जैसे घिनोंने कृत्य को अंजाम देने वाली आरोपी महिला रेखा सेंगर पूर्व में डॉ. गर्ग के यहां काम कर चुकी है। वहीं से नर्स ने यह काम सीखा था, उसके बाद उसने नर्सिंग होम से काम छोड़ दिया। और स्वयं का सेंटर शुरू कर दिया। इस सेंटर पर आगरा, दिल्ली, ग्वालियर सहित आसपास के शहरों से गर्भवती महिलाएं जांच के लिए आती थीं।
जांच के सात हजार और लडक़ा तो एक हजार एक्स्ट्रा
जांच के लिए सात हजार रुपए लिए जाते थे और अगर जांच में लडक़ा पाया गया तो बतौर इनाम एक हजार एक्स्ट्रा लिए जाते थे। पुलिस ने भेजी महिला से भी सात हजार रुपए लिए थे चूंकि जांच में लडक़ी होना पाया गया इसलिए एक्स्ट्रा पैसे नहीं लिए।
प्रतिबंधित है पोर्टेवल मशीन
सहायक संचालक महिला बाल विकास चंबल संभाग पी सी मेहरा का कहना हैं कि नए प्रावधान में पोर्टेवल अल्ट्रासाउंड मशीन पूरी तरह प्रतिबंधित है। और यह मशीन रजिस्टर्ड डॉक्टर के नाम ही अलार्ट होती है। इसलिए यहां बिना रजिस्टर्ड अवैध रूप से मशीन पाई गई है।
मुरैना की समिति पर उठे सवाल
मुरैना शहर में अवैध गर्भपात के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है लेकिन मुरैना पीसीपीएनडीटी समिति को कुछ पता ही नहीं हैं। इस समिति के गठन के तुरंत बाद कुछ सदस्यों ने काफी उठापटक नर्सिंग होमों में की थी लेकिन कुछ समय बाद शांत बैठ गए। शहर में ग्वालियर की समिति द्वारा कार्रवाई करने से मुरैना की समिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
५ से १० जांच होती थी रोजाना
समाजसेवी व ग्वालियर समिति की सदस्य मीना शर्मा ने बताया कि यहां गर्भपात का काम तो लंबे समय से चल रहा था लेकिन मैं दो महीने से रैकी कर रही हंंू। तब कहीं यह मामला पकड़ा गया है। यहां रोजाना पांच स दस जांच होकर गर्भपात होता था। आज भी हमने जिस महिला को भेजा था, उससे पहले तीन महिलाओं की जांच हो चुकी थी। उसकी राशि हमने मौके से जब्त की गई है।
गर्भपात की तैयारी थी तब हम पहुंच गए
टी आई सिटी कोतवाली अजय चानना ने बताया कि हमने जिस गर्भवती महिला को इन्फॉर्मर बनाकर भेजा था, उसकी जांच के बाद गर्भपात की तैयारी थी तब हम वहां पहुंच गए। इसलिए गर्भपात का मामला बनाया गया है।