बदमाशों ने की फायरिंग और कहा कि एक लाख दो अन्यथा गांव खाली करो
मोरेनाPublished: Jun 16, 2021 06:06:57 pm
– बड़ी संख्या में आए ग्रामीणों ने दिया एएसपी को ज्ञापन
बदमाशों ने की फायरिंग और कहा कि एक लाख दो अन्यथा गांव खाली करो
मुरैना. जारह पंचायत के लक्खा पुरा के लोगों ने बुधवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया को ज्ञापन दिया और कहा कि इनामी फरारी बदमाशों से हमारी सुरक्षा की जाए। बदमाश आए दिन फायरिंग कर परेशान कर रहे हैं। एक लाख रुपए महीना चंदा मांगा जा रहा है अन्यथा रास्ता बंद करने और गांव में नहीं रहने की धमकी दी जा रही है। बदमाशों में कुछ राजस्थान के फरारी इनामी भी बताए गए हैं, जो यहां शरण लिए हुए हैं।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि आए दिन आरोपी धीरज गुर्जर, करुआ गुर्जर, आशू गुर्जर और सौरभ गुर्जर के द्वारा फायरिंग की जा रही है जिसमें करुआ गुर्जर के पिता की स्वयं की लाइसेंसी बंदूक व अन्य दो नंबर के हथियारों द्वारा लक्खा के पुरा के लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। यदि तुमने हमें महीने में एक लाख रूपये नगद व राशन पानी नहीं दिया तो तुम्हें जनकपुर होकर नहीं निकलने दिया जाएगा और तुम्हारा आना-जाना बंद कर दिया जाएगा। इन लोगों द्वारा पूर्व में भी पुरा के लोगों के साथ मारपीट व लूट की है जिसकी एफ. आई.आर. थाना सिविल लाईन व थाना सरायछोला में दर्ज हैं। आज दिनांक तक किसी भी थाना प्रभारी द्वारा इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पूर्व से दर्ज मामले में राजीनामा के लिए बना रहे हैं दबाव
ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि ६ जून की रात में बदमाशों द्वारा लक्खा के पुरा के रिश्तेदार सुरेन्द्र कुशवाह की लूट करने की कोशिश की जिसकी एफ.आई.आर थाना सरायछोला में दर्ज है। इसी तरह एक अन्य मामले में ९ जून को गांव के लोगों की मारपीट कर रास्ता रोका गया जिसका आवेदन थाना सिविल लाईन में दिया गया है। बदमाश लक्खा पुरा के लोगों को राजीनामा के लिए दबाव बना रहे हैं और उनका रास्ता रोककर धमका रहे हैं।
दिन में रोका रास्ता और रात में की फायरिंग
बदमाशों ने मंगलवार की दोपहर गांव के लोगों का रास्ता रोकने का प्रयास किया और रात में लगभग 2 बजे उनके द्वारा बाहर से फरारी लोगों को बुलाकर फायरिंग की गई। जिसके कारण लक्खा पुरा पर रहने वाले लोगों में दहशत बनी हुई है। यह पहली घटना नहीं हैं, इससे पूर्व भी कई बार फायरिंग कर चुके हैं। क्षेत्र तमाम इनामी फरारी बदमाश ठहरे हुए हैं।