साल भर का लक्ष्य 10 हजार और नेत्र ऑपरेशन हुए सिर्फ 06
मोरेनाPublished: Feb 28, 2021 06:05:09 pm
– जिला अस्पताल में तीन नेत्र सर्जन फिर भी नहीं होते ऑपरेशन- एनजीओ के जरिए लक्ष्य को पूरा करने की कवायद
साल भर का लक्ष्य 10 हजार और नेत्र ऑपरेशन हुए सिर्फ 06
मुरैना. जिला अस्पताल के नेत्र विभाग पर पर्याप्त संसाधन और विभाग पर मोटी रकम खर्च होने के बाद भी परिणाम सार्थक नजर नहीं आ रहे। शासन से इस साल १० हजार नेत्र ऑपरेशन करने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन जिला अस्पताल में तीन नेत्र सर्जन और पर्याप्त संसाधन फिर भी सिर्फ आधा दर्जन नेत्र ऑपरेशन हो सके हैं। उसमें भी जिला अंधत्व निवारण समिति के प्रबंधक ने तो एक भी ऑपरेशन नहीं किया। तीन ऑपरेशन डॉ. संध्या गोयल और तीन डॉ. अनुराग तोमर ने किए। इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है। अगर एनजीओ और निजी चिकित्सक न हों तो मुरैना में लक्ष्य पूरा करना तो दूर शुरूआत भी नहीं हो सके।
मरीजों के नेत्र ऑपरेशन को लेकर जिला अस्पताल के नेत्र विभाग में पदस्थ चिकित्सकों की रुचि नजर नहीं आ रही। ऐसा लगता है कि सिर्फ नौकरी पर फोकस है काम पर नहीं। जिला अस्पताल में सिर्फ आधा दर्जन मरीजों के नेत्र ऑपरेशन हुए हैं वहीं एनजीओ व निजी चिकित्सकों के मिलाकर ५३९५ लोगों के नेत्र ऑपरेशन किए जा चुके हैं। जिस तरह एनजीओ प्रयास करता है इसी तरह अगर जिला अस्पताल में प्रयास किया जाए तो ऑपरेशन की संख्या बढ़ सकती है लेकिन यहां अक्सर देखा जाता है कि मरीजों का दवा देकर चलता कर दिया जाता है। चिकित्सकों द्वारा मरीजों को मोटीवेट किया जाए तो जो ऑपरेशन निजी क्लीनिकों में हो रहे हैं, वह जिला अस्पताल में भी हो सकते हैं। चिकित्सकों की रुचि न होने से मरीज भी सरकारी अस्पताल पर कम ही भरोसा कर रहा है। जिले भर में सिर्फ नेत्र ऑपरेशन की सुविधा जिला अस्पताल में हैं वहां भी ऑपरेशन न के बरावर हो रहे हैं। पिछली साल की स्थिति देखें तो जिला अस्पताल में सिर्फ ५४ डॉ. एम एल गुप्ता और ६१ नेत्र ऑपरेशन डॉ. संध्या गोयल द्वारा किए गए थे।
वर्ष २०१९-२० में ऑपरेशन की स्थिति
– १० हजार का था लक्ष्य।
– ९५० नेत्र ऑपरेशन हुए जिला अस्पताल में, इनमें से सिर्फ ११५ ऑपरेशन किए जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने, अन्य शिविर हुए शिविर में।
– ६८९१ नेत्र ऑपरेशन कराए एनजीओ के द्वारा।
– १२०४ नेत्र ऑपरेशन हुए निजी अस्पतालों में।
– ९०४५ कुल नेत्र ऑपरेशन हुए जिले भर में।
वर्ष २०२०-२१ में ऑपरेशन की स्थिति (जनवरी तक)
– १० हजार लक्ष्य था नेत्र ऑपरेशन का।
– ०६ ऑपरेशन हुए जिला अस्पताल में।
– ४३२८ नेत्र ऑपरेशन कराए एनजीओ के द्वारा।
– १०३२ नेत्र ऑपरेशन हुए निजी अस्पतालों में।
– ३५ नेत्र ऑपरेशन हुए जिले से बाहर अस्पतालों में।
– ५३९५ कुल नेत्र ऑपरेशन हो चुके हैं अभी तक।
एनजीओ को मिलते हैं एक ऑपरेशन पर दो हजार
विभागीय सूत्रों से पता चला है कि एनजीओ को एक नेत्र ऑपरेशन पर दो हजार रुपए मिलते हैं उसके ऐवज में उनको निशुल्क ऑपरेशन करना होता है मरीज को खाना, दवा और लाना ले जाना भी फ्री रहता है लेकिन कुछ एनजीओ मरीजों से पैसा ऐंठने में लगी हुई हैं। चर्चा है कि दवा के नाम पर भी मरीजों से पैसा लिया जा रहा है। विभागीय अधिकारी इसकी मॉनीटरिंग नहीं करते, इसलिए एनजीओ मनमानी कर रहा है।
कथन
– यह बात सही है कि जिला अस्पताल में नेत्र ऑपरेशन कम हुए हैं लेकिन जो लक्ष्य मिला है, वह एनजीओ के जरिए पूरा हो रहा है। जो मरीज जिला अस्पताल में आता है, उसका ऑपरेशन किया जाता है।
डॉ. एम एल गुप्ता, प्रबंधक, जिला अंधत्व निवारण समिति, मुरैना