गुरुवार को ही देर शाम तक 3500 लोगों को रेस्क्यू करने का दावा किया गया है, जबकि अधिकांश गांवों से लोग अपने संसाधनों से निकलकर आए हैं और अब बुधवार शाम से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आर्मी के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। सही मायने में रेस्क्यू तो अब हो रहा है। अभी तक तो प्रशासन हवाई दौरे करता रहा। अभी भी एक दर्जन गांव में दर्जनों लोग फंसे हैं जहां रेस्क्यू की जरूरत है। वहीं प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने बाढ़ प्रभावित गांव कुल्हाड़ा पहुंचकर लोगों से मुलाकात की और प्रशासन को निर्देश दिए कि क्षति के आंकलन का सर्वे ठीक से किया जाए। प्रभारी मंत्री महूखेड़ा भी गए और बरसेनी में रास्ता नहीं होने से वापस हो गए।