scriptकलेक्ट्रेट के सामने चल रहा था फर्जी वोटरकार्ड बनाने का काम | The work of making fake votercards was going on in front of the collec | Patrika News

कलेक्ट्रेट के सामने चल रहा था फर्जी वोटरकार्ड बनाने का काम

locationमोरेनाPublished: Aug 12, 2020 11:13:41 pm

भनक लगी तो प्रशासन ने डाला ऑनलाइन सेंटर पर छापाप्रिंटेड कार्ड सहित अन्य सामग्री जब्त, आरोपी मौके से फरार

कलेक्ट्रेट के सामने चल रहा था फर्जी वोटरकार्ड बनाने का काम

ऑनलाइन सेंटर पर रिकॉर्ड चेक करते एसडीएम, तहसीलदार व कर्मचारी।

मुरैना. कलेक्ट्रेट के सामने पिछले लंबे समय से फर्जी वोटरकार्ड बनाने का काम चल रहा था। प्रशासन ने ऑनलाइन सेंटर पर छापामार कार्रवाई कर बड़ी संख्या में प्रिंट किए व अधबने वोटरकार्ड सहित अन्य सामग्री जब्त की है। पुलिस व अधिकारियों के पहुंचने से पूर्व दुकान का संचालन कर रहे दो लोग वहां से भाग गए। इनमें से एक कलेक्टर बंगले के चौकीदार का पुत्र बताया गया है। इस फर्जी कार्य में एक गिरोह का हाथ हो सकता है, फिलहाल दो लोग ही चिह्नित हुए हैं, अन्य का जांच उपरांत खुलासा हो सकता है। एसडीएम, तहसीलदार व पुलिस फोर्स मौके पर कार्रवाई कर रहे हंै।
सांईं ऑनलाइन सेंटर का जीतू शर्मा निवासी घुसगंवा बड़ागंाव, इरशाद पुत्र इकबाल खान निवासी गणेशपुरा संचालन कर रहे थे। इनके द्वारा फर्जी तरीके से वोटरकार्ड, आधारकार्ड में करेक्शन, समग्र आइडी सहित अन्य जो भी ऑनलाइन कार्य सरकारी स्तर पर किए जा रहे हैं, वह सब कर रहे थे। पिछले लंबे समय से शिकायत मिल रही थी लेकिन पकड़ में नहीं आ पा रहे थे। इस बार एक वोटरकार्ड खुशबू डंडोतिया के नाम से इस सेंटर पर बनवाया गया और उसको चेक करने के लिए परिजन कलेक्ट्रेट पहुंच गए। जब वहां देखा तो इसका नंबर ऑनलाइन नहीं मिला। कलेक्ट्रेट में शक हुआ तो उनसे पूछा गया तो पता चला कि उन्होंने सांर्ई ऑनलाइन सेंटर से बनवाया है। इसी के चलते कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने तसहीलदार को अवगत कराया। तहसीलदार सेंटर पर पहुंचे तो वहां सेंटर का संचालन कर रहे दोनों लोग भाग गए। इरशाद का भाई वहां बैठा था उसको अधिकारियों ने बैठा लिया। उधर सूचना पाकर एसडीएम व सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई है, कार्रवाई की जा रही है।

हर तरह का फर्जी कार्य होता था सेंटर पर


इस सेंटर पर वोटरकार्ड, आधारकार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, प्रसूताओं के प्रमाण पत्र और पेन कार्ड और समग्र आइडी तक बनाने का कार्य किया जाता था। यहां तल घर में संचालित दुकान में पूरा सेटअप लगा था। दो कम्प्यूटर, कलर प्रिंटर सहित अन्य सामग्री मिली है। प्रशासन ने कम्प्यूटर का सीपीयू जब्त कर उसमें पड़े रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है।

प्राइवेट में नहीं बना सकते आधारकार्ड


शासन ने प्राइवेट तौर पर संचालित आधारकार्ड बनाने के सभी सेंटर बंद कर दिए हैं। कुछ बैंक, कलेक्टे्रट और जनपद पंचायतों को अधिकार दिए हैं। यहां अधिग्रहीत कम्प्यूटर सेंटर वाले आधारकार्ड बनाना और उनमें करेक्शन करने का कार्य कर सकते हैं। प्राइवेट में पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। उसके बाद भी इस सेंटर पर आधार कार्ड नए और पुराने में करेक्शन कराया जा रहा था।

समग्र आइडी के 250 और वोटर कार्ड करेक्शन के 150 रुपए


इस ऑनलाइन सेंटर पर जब कार्रवाई चल रही थी तभी प्रवीण चांदिल नाम का एक ग्राहक आया। उसने बताया कि मैंने समग्र आइडी बनवाई थी और वोटरकार्ड में करेक्शन करवाया था। उन्होंने बताया कि समग्र आइडी के 250 रुपए और वोटरकार्ड में सिर्फ फोटो चेंज करवाया था, उसके 150 रुपए लिए थे। उसके पास बिल भी था, लेकिन सेंटर पर सील करने की कार्रवाई चल रही थी इसलिए उसको लौटना पड़ा।

शिकायत मिली कि साईं ऑनलाइन सेंटर से वोटरकार्ड इश्यू किए जा रहे हैं। नियमानुसार वोटरकार्ड निर्वाचन कार्यालय से ही जारी किए जा सकते हैं। यहां कम्प्यूटर जब्त किए हैं, उनमें जो डाटा फीड है, उसमें इलेक्शन वाला डाटा नहीं पाया गया है। अगर कोई कर्मचारी इसमें लिप्त है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल हमने पुलिस को सूचना कर दी है, लेकिन जांच पड़ताल की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
आरएस बाकना, एसडीएम, मुरैना
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