फिर हुई ढाई दर्जन से अधिक गोवंश की मौत, पहुंचे चिकित्सक
मोरेनाPublished: Jan 13, 2022 10:00:59 pm
- प्रथम दृष्टया रिपोर्ट में निमोनिया व पॉलीथिन खाने से हुई मौत, विसरा जांच के लिए जबलपुर लैब भेजा


फिर हुई ढाई दर्जन से अधिक गोवंश की मौत, पहुंचे चिकित्सक
मुरैना. गोवंश की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को भी ढाई दर्जन से अधिक गोवंश की मौत हो गई। उधर चिकित्सकों की टीम ने देवरी गोशाला पहुंचकर मृत गोवंशों में से दो का पीएम किया। उन्होंने बताया कि गोवंश की मौत प्रथम दृष्टया निमोनिया अर्थात ठंड व पॉलीथिन खाने से हुइ है और उनका विसरा जबलपुर लैब भेजा गया है। वहां रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण सामने आ सकेंगे।
यहां बता दें कि गोशाला प्रबंधन की लापरवाही के चलते देवरी गोशाला में रोजाना गोवंश की मौत हो रही है। अभी तक दो ढाई सैकड़ा गोवंश की मौत हो चुकी है। वहीं शहर में मृत हुए गोवंश को भी देवरी गोशाला ले जाया जा रहा है। वहां उनको जमीन में दफनाया जाता है। गुरुवार को शहर से दो ट्रॉली में भरकर गोवंश ले जाया गया। एक बार में नौ और दूसरी बार में पांच मृत गोवंश को गोशाला ले जाया गया। वहीं देवरी गोशाला में १६ गोवंश की मौत हुई है। इस तरह ३० गोवंश शांत हो चुका है। चिकित्सकों ने दो गोवंश का पीएम किया। जिसमें से एक के पेट में पॉलीथिन निकली है और दूसरे की मौत ठंड से होना पाया गया।
प्रशासन विकल्प ढूंडऩे में जुटा ........
उधर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी देवरी गोशाला का विकल्प ढूंडऩे में जुट गए हैं। यह तब जब पत्रिका ने मामले को उठाया। उससे पहले प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा में सोया था। गुरुवार को नगर निगम आयुक्त करह आश्रम से जुड़े टेकरी मंदिर के महंत महावीर दास को लेकर देवरी गोशाला पहुंचे और उनको टेकओवर करने की बात कही।
गोसेवक एफआइआर के लिए अड़े, प्रशासन कर रहा टालमटोल ........
मुरैना देवरी गोशाला में भूख, प्यास व ठंड से लगातार हो रही गोवंश की मौत के मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया तो गोवंश एफआइआर के लिए सिविल लाइन थाने पहुंच गया। जिम्मेदार के फंसने के डर से प्रशासन एफआइआर में टालमटोल कर रहा है लेकिन गोवंश थाने में अड़ा हुआ है। सीएसपी भी सिविल लाइन थाने पहुंच गए हैं। गोसेवकों को मनाने के लाख प्रयास किए जा रहे हैं। उनसे कहा जा रहा है कि जो जिम्मेदार हैं, उनको निलंबित कर देंगे, उनको जिम्मेदारी से हटा देंगे फिर भी गोसेवक एफआइआर के लिए थाने में अड़ा हुआ है।
देवरी गोशाला प्रभारी व जेसीबी चालक को हटाया
देवरी गौशाला के प्रबंधन को लेकर मिल रही शिकायतों के संबंध में गुरुवार को आयुक्त संजीव जैन ने गोशाला का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोशाला में आवश्यक सामग्री उपलब्ध होने के बाद भी उनका उपयोग नहीं करने तथा गोशाला के समुचित प्रबंधन में लापरवाही बरतने के कारण परमानन्द शर्मा प्रभारी देवरी गोशाला को तत्काल हटाया जाकर उनके स्थान पर हरेन्द्र सिह सिकरवार को देवरी गोशाला का प्रभारी नियुक्त किया गया है। वहीं जे.सी.बी. चालक संदीप की लापरवाही की शिकायत मिली है उसको हटाकर इनके स्थान पर विश्वजीत जे.सी.बी चालक की ड्यूटी लगाई गई है। यह सब एफआइआर के दबाव में कार्रवाई की जा रही है। जबकि अनियमितताओं की शिकायत तो कई दिन से मिल रही थीं।
कथन
- गोवंश का पीएम किया है। प्रथम दृष्टया उनकी मौत ठंड व पॉलीथिन खाने से हुई है। फिर भी उनका विसरा जबलपुर लैब भेजा है, वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
डॉ. गणेश गोयनर, पशु चिकित्सक