रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉली ने युवक को कुचला, मौत
मोरेनाPublished: Nov 09, 2022 08:21:28 pm
- बड़ोखर चौराहे पर लगती है रेत की मंडी, सुबह पुलिस से हो चुका है पथराव
- लोगों में आक्रोश, वारदात के बाद एकत्रित हुए परंतु प्रशासन ने 15 हजार की आर्थिक मदद देकर कराया शांत


रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉली ने युवक को कुचला, मौत
मुरैना. शहर के बड़ोखर चौराहे पर नौ नवंबर की सुबह पौने सात बजे रेत से भरे टै्रक्टर-ट्रॉली ने मजदूर युवक को कुचल दिया। गंभीर हालत में उसको ग्वालियर रेफर कर दिया। ग्वालियर पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही समाज व भीम आर्मी के लोग एकत्रित हो गए। लोगों में जबरदस्त आक्रोश था लेकिन एसडीएम शिवलाल शाक्य ने पीएम हाउस पर पहुंचकर मृतक के परिजन को १५ हजार की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई और समझाकर मामले को शांत करा दिया।
घटनाक्रम के अनुसार नरेश (५०) पुत्र रतीराम जाटव निवासी बड़ोखर सुबह बड़ोखर चौराहे पर अदरक लेने आया था। इसी दौरान रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉली ने उसको कुचल दिया। उसको इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां से ग्वालियर रेफर कर दिया। ग्वालियर पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। डेडबॉडी को मुरैना पीएम हाउस ले जाया गया। सूचना मिलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया और समाज व भीम आर्मी के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए। उधर पुलिस फोर्स पीएम हाउस पर पहुंच गया। घटना को लेकर बड़ोखर चौराहे के आसपास रहने वालों में रेत की मंडी को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। पत्रिका ने ८ नवंबर को ही ‘चंबल नदी के राजघाट पर रात में बड़े स्तर पर हो रहा रेत का अवैध उत्खनन’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। उसमें इस बात का उल्लेख किया था कि शहर में जगह जगह रेत की मंडियां लग रही हैं। लेकिन पुलिस व प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पूर्व प्रभारी मंत्री ने कहा था कि पुलिस की मिली भगत से हो रहा रेत कारोबार
कांग्रेस शासन में प्रभारी मंत्री रहे लाखन सिंह यादव ने वर्ष २०१९ में जिला योजना समिति की बैठक में खुलेआम आरोप लगाया था कि पुलिस थाने बंधे हुए हैं इसलिए रेत माफिया के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर पा रही है।
एक साल पूर्व पुलिस की लगा चुकी है पिटाई
रेत माफिया इतना हावी है कि एक साल पूर्व बड़ोखर चौराहे पर पुलिस की पिटाई लगा चुके हैं। उसके बाद भी वहां रेत मंडी बंद नहीं हो सकी। करीब तीन साल पूर्व एक बालिका को कुचल कर मार चुके हैं। उस समय जाम भी लगाया गया था। बड़ोखर चौराहे पर मजदूर की मौत कोई पहली घटना नहीं हैं।
क्या कहते हैं रहवासी
- बड़ोखर चौराहे पर रोजाना १०० से २०० तक रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉली की मंडी लगती है। दो साल पहले एक बच्ची को कुचलकर मार दिया था। हादसे के एक दो दिन यहां पुलिस तैनात रहती है और टै्रक्टर ट्रॉली नहीं लगते, उसके बाद फिर वही स्थिति बन जाती है।
अमृतलाल यादव, रहवासी
- बड़ोखर चौराहे पर रेत की मंडी कई सालों से लग रही है। स्थानीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक मैं शिकायत कर चुका हूं। पुलिस को शिकायत करने पर धमकी मिलती है कि तुम्हारे खिलाफ ही एफआइआर कर दी जाएगी। दो दिन पूर्व कलेक्टर को शिकयत की है।
ब्रजेश डंडोतिया, रहवासी
- स्थिति यह है कि बच्चे स्कूल जाते हैं तो हमको स्वयं छोडऩे जाना पड़ता है। बड़ोखर चौराहे पर रेत माफिया का कब्जा है। आम आदमी कुछ कहता है तो कट्टा, सरिया, लाठियां उठा लेते हैं, थाने में कोई सुनवाई होती नहीं हैं। पुलिस को पीट चुके हैं।
गिर्राज डंडोतिया, रहवासी
- सुबह के समय पहले पुलिस व रेत माफिया के बीच पथराव हुआ है। उसके बाद मजदूर को कुचल दिया गया है। यहां आमदी का रहना मुश्किल हो गया है। आए दिन चौराहे पर जाम के हालात बनते हैं। पुलिस भी कार्रवाई नहीं करती है।
प्रेम सिह, रहवासी
फैक्ट फाइल
-१६ सितंबर २०१५ को रेत के टै्रक्टर ट्रॉली से कुचलकर युवक की मौत।
- ०५ अप्रैल २०१५ को नूराबाद थाने के सिपाही धर्मेन्द्र चौहान की रेत के डंपर ने कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था।
- ०३ जुलाई को रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉली से कुचलकर एक की मौत।
- ०२ मार्च २०१६ को टेंटरा में रेत के टै्रक्टर ट्रॉली से कुचलकर चार माह के मासूम बच्चे की मौत।
- ०७ मार्च २०१६ को बानमोर व ग्वालियर के बीच टै्रक्टर से कुचलकर वनरक्षक की मौत।
- ०८ नवंबर २०१६ को रामपुरकलां में रेत के टै्रक्टर ट्रॉल से कुचलकर पत्नी की मौत और पति घायल हो गया था।
- १५ नवंबर २०१६ को गंजरामपुर मोड़ पर रेत के टै्रक्टर ट्रॉली ने बाइक में टक्कर मारी थी, इसमें एक वृद्ध की मौत हो गई दो गंभीर रूप से घायल हुए थे।
- १७ नवंबर २०१६ की सुबह हाइवे पर रेत के टै्रक्टर ट्रॉली ने छात्रा को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
- २० फरवरी २०१७ को रेत के टैै्रक्टर ट्रॉली ने बाइक में टक्कर मारी जिससे बालक की मौत हुई और मां सहित तीन घायल हुए।
- १८ जून २०१७ को रेत से भरे टै्रक्टर ट्रॉली से कुचलकर दो सगे भाइयों की मौत।
- २५ जून २०१७ को रेत के टै्रक्टर ट्रॉली से कुचलकर महिला की मौत।
- २५ दिसंबर २०१७ को अंबाह में रेत के टै्रक्टर ट्रॉली से कुचलकर खिलाड़ी की मौत हुई थी, जाम भी लगाया था।
- २१ जून २०१८ को अंबाह मुरैना मार्ग पर रेत के टै्रक्टर ट्रॉली की टक्कर से १५ मरे और छह घायल हुए।
कथन
- लोगों ने आरोप लगाए ठीक है लेकिन पुलिस कार्रवाई कर रही है। फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है। मृतक के परिजन अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। उनके बयान होने के बाद एफआइआर दर्ज की जाएगी।
अतुल सिंह, सीएसपी, मुरैना