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पोस्टर फाडऩे के मामले में दो एएसआइ, प्रआ और आरक्षक सस्पेंड

locationमोरेनाPublished: Sep 27, 2021 08:56:40 pm

Submitted by:

Ashok Sharma

– थाना प्रभारी को बचाया, वरिष्ठ अधिकारियों की कार्रवाई पर उठे सवाल

पोस्टर फाडऩे के मामले में दो एएसआइ, प्रआ और आरक्षक सस्पेंड

पोस्टर फाडऩे के मामले में दो एएसआइ, प्रआ और आरक्षक सस्पेंड

मुरैना. पांच दिन पूर्व राजपूत क्षत्रिय समाज के युवाओं द्वारा सम्राट मिहिर भोज विवाद को लेकर रैली निकाली थी। इस दौरान पुराने बस स्टैंड पर लगी गुर्जर समाज के आराध्य देवनारायण भगवान के पोस्टर को फाड़ा गया था। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने जिन पुलिस कर्मचारियों की वजह से लॉ इन ऑर्डर की स्थिति निर्मित हुई, उनको सस्पेंड कर दिया है। इसमें इसमें दो एएसआई, प्रधान आरक्षक व आरक्षक शामिल हैं। इनको लापरवाह इसलिए माना है कि ये उस समय ड्यूटी पर थे जबकि वहां थाना प्रभारी भी मौजूद थे, वह वरिष्ठ अधिकारियों को दिखाई क्यों नहीं दिया। इस कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
यहां बता दें कि २३ सितंबर को राजपूत युवाओं ने रैली निकाली और प्रदर्शन किया। इसी दौरान पुराने बस स्टैंड पर पोस्टर फाड़ा गया। इसको लेकर गुर्जर समाज ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया था और मांग की थी जब पोस्टर फाड़ा जा रहा था, तब वहां पुलिस स्टाफ भी मौजूद था, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। पुलिस अधीक्षक ने जांच कराई और वहां ड्यूटी पर मौजूद सिटी कोतवाली में पदस्थ एएसआइ राकेश यादव, जे पी पाराशर, प्रधान आरक्षक जय सिंह, आरक्षक मुकेश को सस्पेंड किया गया है। जबकि पोस्टर फाड़े उस समय सिटी कोतवाली के टी आई शैलेन्द्र गोविल भी मौजूद थे लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके खिलाफ कार्रवाई न करते हुए उनको अभयदान दिया गया है। इससे पूर्व भी देखा गया है जब भी कोई लॉ इन ऑर्डर की स्थिति निर्मित होती है तो अक्सर छोटे कर्मचारियों पर ही गाज गिरती है। इस बार भी यही हुआ।
आधा दर्जन बसों के भी फोड़े गए कांच ……
पोस्टर फाडऩे के बाद गुर्जर समाज के कथित लोगों ने बानमोर, नूराबाद में आधा दर्जन से अधिक यात्री बस और लोडिंग वाहनों के कांच फोड़े गए और इस दौरान बसों में बैठी सवारियों को भी चोट आई। पोस्टर फाडऩे वालों पर सिटी कोतवाली और बस के कांच फोडऩे वालों पर नूराबाद व बानमोर थाने में एफआइआर की जा चुकी है। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
कथन
– पोस्टर फाडऩे वाले में टी आई बाद में पहुंचा है, उसने तो आंदोलनकारियों को खेदड़ा भी है। जो लोग वहां खड़े थे, उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया, उनके खिलाफ कार्रवाई की है।
राय सिंह नरवरिया, एडीशनल एसपी

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