आज विश्व में मोदी की अलग छवि बनी है,वे निर्भीक नेता हैं और सही निर्णय लेते हैं। उमा ने कहा कि प्रदेश में 24 सीटों पर होने जा रहे चुनावों में अधिकांश पर कांग्रेस की जमानत जब्त हो जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह की गुमशुदगी के पोस्टर लगाने से कुछ नहीं होने वाला। उन्होने दिग्विजय सिंह को बेचारा बताते हुए कहा कि उनकी इमेज ऐसी बन गई है कि लोग उन्हें देखकर ही बिदक जाते हैं। कांग्रेस के प्रति सहानुभूमि जनता में तो क्या, कार्यकर्ताओं में भी सहानुभूति नहीं बची है। दिग्विजय सिंह जाएंगे तो और भी बुरा हाल होगा। भोपाल में दीदी मां ने उन्हें बड़े अंतर से हराया था। कांग्रेस के प्रति कोई कैंपेनर भी नहीं है। पोस्टर लगाने से कुछ नहीं होता। सेवा करने के कई तरीके होते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर उन्होंने कहा कि सही समय पर सही निर्णय होगा। कोरोना की वजह से स्थितियां अनुकूल नहीं रही थीं, राज्यपाल भवन तक इससे अछूता नहीं रहा था। ग्वालियर जाते समय भारती ने बानमोर में पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के निवास पर भी उनसे चर्चा की।
सिंधिया कांग्रेस में थे ही क्यों
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर उमा भारती ने कहा कि वे कांग्रेस में थे ही क्यों? राजमाता ने जन संघ के साथ और बाद में भाजपा को खड़ा करने में पूरा योगदान दिया। माधवराव सिंधिया को भी कांग्रेस में नहीं जाना चाहिए था। ज्योतिरादित्य ने सही समय पर सही निर्णय लिया है। उनकी दादी की इच्छा थी कि उनके परिवार के लोग भाजपा में रहें। राजमाता ने ही जनसंघ को ताकत दी थीं और कांग्रेस से जनसंघ में आईं तब कांग्रेस का सफाया हो गया था। अब तो भाजपा के पास भी ताकत है, सिंधिया के आने से यह ताकत और बढ़ेगी।
अक्षय तृतीया को ग्लेशियर से निकलीं थीं गंगा
दशहरे को गंगा मैया पृथ्वी पर आई थीं। इसलिए हम दशहरे को गंगा नहाने जा रहे थे। लेकिन उत्तराखंड सरकार ने बताया कि वहां स्थिति अनुकूल नहीं है। इसलिए बुलंदशहर में जाकर स्नान किया। खुशहाली की कामना करते हुए कोरोना से भी मुक्ति की मांग की।
उमा भारती ने कहा कि धन व शस्त्र में अमेरिका हमसे बड़े होंगे, लेकिन संकट में वे बंकर में छिप जाते हैं। जबकि हमारे नेता सामना करते हैं। कारगिल में अटल जी बॉर्डर पर पहुंच गए थे। मोदी भी हर संकट का सामना मौके पर रहकर करते हैं। हमारे पास मजबूत नेतृत्व है।
उमा भारती ने बिना चुनाव लड़े मंत्री बनाने की तैयारी पर कहा कि राजनीति में सब चलता है। देश सेवा के लिए रास्ते निकालने पड़ते हैं। प्रदेश की खुशहाली के लिए जो भी जरूरी होगा करेंगे। भाजपा सागर है, उसमे नदियां समा रही हैं।