मुरैना. आकाशीय बिजली गिरने से देवगढ़ थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत सुखपुरा के मजरा तिलौंधा में चारा-भतीजे की मौत हो गई। परिवार के ही दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना रविवार को सुबह करीब सात बजे की है। मृतक और घायल अपने खेतों पर
काम करने गए थे तभी प्राकृतिक आपदा का शिकार हो गए।
जानकारी के अनुसार बनिया (26) पुत्र विजय सिंह, छिद्दी (18) पुत्र सोबरन सिंह, भरत (23) पुत्र बनवारी कुशवाह, ध्रुव (22) पुत्र कलियान सभी कुशवाह निवासी तिलौआ एक ही परिवार के हैं। सभी लोग सुबह खेत पर काम कर रहे थे। अचानक बदले मौसम में बादल गरजने-चमकने लगे। कुछ ही देर में बूंदाबांदी शुरू हो गई। इसी बीच सात बजे चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरी जिससे बनिया, छिद्दी, भरत और धु्रव गंभीर रूप से झुलस गए। तुरंत सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। यहां परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने बनिया व छिद्दी को मृत घोषित कर दिया। भरत कुशवाह और धु्रव कुशवाह का जिला अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है।
दो माह बाद थी मृतक बनिया की बहन की शादी
तिलौआ गांव के हार में किसान फसल में पानी देने खेत पर पाइप डाल रहे थे तभी आकाशीय बिजली गिरी और बनिया व छिद्दी की मौत हो गई और उसी परिवार के भरत व ध्रुव बुरी झुलस गए। उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आगामी 18 अप्रैल को मृतक बनिया की छोटी बहन पपीता की शादी थी। उसकी शादी की तैयारियों में परिवार लगा था। भाई की मौत की खबर सुनकर बहन पर दु:ख का पहाड़ टूट गया। हालांकि एक साथ दो मौत होने से परिवार सहित पूरे तिलौआ गांव में मातम छाया हुआ है। मृतक बनिया के दो बच्चे व एक बच्ची है। वहीं मृतक छिद्दी की अभी शादी नहीं हुई है। ये खेती-किसानी व मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। अचानक उनके ऊपर हुए वज्रपात से परिवार के सामने रोजीरोटी का संकट भी पैदा हो सकता है, क्योंकि खेती का काम बनिया व छिद्दी के द्वारा ही किया जाता था। उनके जाने के बाद खेती का कार्य प्रभावित हो सकता है।
जौरा विधायक ने जताई संवदेना, जाना घायलों का हालचाल
जौरा विधायक सूबेदार सिंह रजौधा जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों के इलाज की जानकारी ली। उन्होंने मृतकों के परिवार के साथ संवदेना व्यक्त की और ढांढस बंधाया। विधायक ने कहा कि यह तो प्राकृतिक आपदा है, इसके लिए हम और आप कुछ नहीं कर सकते, लेकिन मैं प्रयास करूंगा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक परिवार को चार-चार लाख और घायलों को ५०-५० हजार की आर्थिक सहायता दिलाई जा सके।