कौन है विष्णुदत्त शर्मा
यहा बता दें कि विष्णुदत्त शर्मा मूलत: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के निवासी है। उन्हें वीडी शर्मा के नाम से भी जाना जाता है। जो 32 वर्षों से लगातार सक्रिय राजनीति में है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति शुरू करने के बाद विष्णुदत्त शर्मा को संगठन में अनेक पद मिले। मौजूदा समय में वह भाजपा मध्यप्रदेश के प्रदेश महामंत्री है। मध्यप्रदेश की राजनीति में उन्हें बड़ा चेहरा माना जाता है। संघ से भी उनका जुड़ाव रहा है। विष्णुदत्त शर्मा वर्मतान में प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट से सांसद है विष्णुदत्त शर्मा के बारे में बताया जाता है कि वह संघ और भाजपा संगठन से जुड़े जमीनी नेता माने जाते है।
यहा बता दें कि विष्णुदत्त शर्मा मूलत: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के निवासी है। उन्हें वीडी शर्मा के नाम से भी जाना जाता है। जो 32 वर्षों से लगातार सक्रिय राजनीति में है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति शुरू करने के बाद विष्णुदत्त शर्मा को संगठन में अनेक पद मिले। मौजूदा समय में वह भाजपा मध्यप्रदेश के प्रदेश महामंत्री है। मध्यप्रदेश की राजनीति में उन्हें बड़ा चेहरा माना जाता है। संघ से भी उनका जुड़ाव रहा है। विष्णुदत्त शर्मा वर्मतान में प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट से सांसद है विष्णुदत्त शर्मा के बारे में बताया जाता है कि वह संघ और भाजपा संगठन से जुड़े जमीनी नेता माने जाते है।
विष्णुदत्त शर्मा 1987 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए। 1995 से फुल टाइमर राजनीति में विष्णुदत्त ने कदम रखे। 1993 से 1994 तक वह मप्र राज्य में सचिव रहे। विष्णुदत्त शर्मा 2001 से 2007 तक मप्र में एबीवीपी राज्य संगठन सचिव रहे। इस दौरान विष्णुदत्त शर्मा एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव भी रहे। 2007 से 2017 तक मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय संगठन सचिव रहे। 2007 से 2009 तक विष्णुदत्त शर्मा एबीवीपी केराष्ट्रीय महासचिव भी रहे। अभी वह मध्यप्रदेश भाजपा संगठन में प्रदेश महामंत्री है।
कैसे शुरू हुआ विष्णुदत्त शर्मा का विष्णुदत्त शर्मा
1987 से राजनैतिक कॅरियर शुरू करने वाले विष्णुदत्त शर्मा वैसे तो आम चुनावों से दूर ही रहे है, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें खजुराहो सीट से भाजपा प्रत्याशी बनाया और वह भारी मतों से जीतकर भी आए। बताया जाता है कि राष्ट्रवादी नेता होने की छबि के चलते ही इनको टिकट दिया गया था। विष्णुदत्त शर्मा अपने राजनैतिक कॅरियर के दौरान काफी आंदोलनों में भी शामिल रह चुके हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलनों में उन्होंने पदयात्रा भी निकाली थी, जो बालाघाट से शुरू हुई थी।
1987 से राजनैतिक कॅरियर शुरू करने वाले विष्णुदत्त शर्मा वैसे तो आम चुनावों से दूर ही रहे है, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें खजुराहो सीट से भाजपा प्रत्याशी बनाया और वह भारी मतों से जीतकर भी आए। बताया जाता है कि राष्ट्रवादी नेता होने की छबि के चलते ही इनको टिकट दिया गया था। विष्णुदत्त शर्मा अपने राजनैतिक कॅरियर के दौरान काफी आंदोलनों में भी शामिल रह चुके हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलनों में उन्होंने पदयात्रा भी निकाली थी, जो बालाघाट से शुरू हुई थी।
शिक्षा में व्यावसायीकरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में वह हमेशा सक्रिय रहे है। 2015 में विष्णु दत्त शर्मा को नेहरू युवा केंद्र के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त हुआ था। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा उन्हें यह नियुक्ति दी गई थी। तब विष्णु दत्त शर्मा ने कहा था कि कौशल विकास एनडीए सरकार की प्रमुख चिंताओं में से एक है। युवाओं में नेतृत्व की गुणवत्ता और देशभक्ति के सम्मान के साथ कौशल विकास प्रदान करने में एनवाई के अपना पूरा प्रयास करेगा। उन्होंने सौंपे गए कार्य के लिए सरकार और भाजपा नेताओं को धन्यवाद दिया। इस पद के बाद मध्यप्रदेश और राष्ट्रीय राजनीत में भी उन्हें काफी पहचान मिली थी।