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लंबे समय से साफ नहीं की गईं पानी की टंकियां

locationमोरेनाPublished: Feb 10, 2019 06:30:01 pm

गंदा पानी पीने को मजबूर हैं छात्र-छात्राएं और पीजी कॉलेज का स्टाफ

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मुरैना. शासकीय पीजी कॉलेज मुरैना में लंबे समय से पानी की टंकियों की सफाई नहीं की गई है। टंकियों के अंदर गंदगी के अलावा बड़ी मात्रा में फंगस जमा हुआ है। अधिकांश टंकियों के ढक्कन ही गायब हैं। कॉलेज को यूजीसी के अलावा अन्य मदों से बड़ी मात्रा में फंड की धनराशि आती है। इसके अलावा कॉलेज परिसर में साफ सफाई सहित मरम्मत के छोटे-छोटे काम के लिए कंटनजेंसी रहती है, लेकिन यह प्रबंधन की सोच के ऊपर है उसको खर्च कहा किया जाए।
शासकीय पीजी कॉलेज की नई बिल्डिंग जौरा रोड मुरैना एक्सीलेंस महाविद्यालय है, लेकिन व्यवस्थाएं देखी जाएं तो बहुत पूअर स्थिति में है। कॉलेज की छत पर आधा दर्जन से अधिक पानी की टंकियां रखी हुई हैं, लेकिन इनमें से करीब एक दो के ढक्कन लगे हैं। अन्य टंकियां खुली हुई हैं। उसके अलावा खुली और बंद सभी टंकियों की तलहटी को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन टंकियों की सफाई पिछले लंबे समय से नहीं की गई है। इन टंकियों के तल में काफी मात्रा में गंदगी जमा है कुछ में तो फंगस भी जमा हो गया है। वैसे तो गंदगी नीचे बैठ जाती है, लेकिन जब इन टंकियों को भरा जाता है तो पानी के प्रेशर से यह गंदगी फिर से पूरी टंकी में घुल जाती है। विडंवना इस बात की है कि कॉलेज प्रशासन ने कई बार स्वच्छता को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए हैं यहां तक वर्ष एक बार तो एनएसएस का शिविर भी लगता है उसमें स्वच्छता सहित अन्य समस्याओं पर बड़े-बड़े व्याख्यान होते रहते हैं, लेकिन जिस पानी को कॉलेज के छात्र-छात्राएं व स्टाफ पी रहा है, उसकी सफाई पर ध्यान नहीं दे सके। यहां तक टंकियों को देखकर लगता है इससे अच्छा साफ पानी तो पालतू पशु पीते होंगे जो कॉलेज के छात्र-छात्राओं को पिलाया जा रहा है। हालांकि स्टाफ के कुछ लोग इस पानी की गंदगी को देखकर अपने घर से बोटल लेकर जाते हैं, लेकिन प्राचार्य ने इस समस्या की तरफ फोकस नहीं किया, जबकि यह समस्या लोगों की जीवन से जुड़ी है। इस गंदे पानी के सेवन से बीमारी फैल गई तो लेने के देने पड़ सकते हैं। इन खुली टंकियों में अगर कोई पक्षी गिर जाए और सडकऱ पानी में घुल जाए तो भी पता नहीं चलेगा क्योंकि वहां कोई देखने वाला ही नहीं हैं। कॉलेज प्रशासन अगर टंकियों की सफाई नहीं कर सकता तो कम से कम उन पर ढक्कन तो लगवा सकता है जिससे उसमें बाहर की गंदगी तो नहीं जाएगी। पानी में कीड़े मकोड़े गिर रहे हैं और मर कर सड़ रहे हैं। उस पानी को कॉलेज में यूज किया जा रहा है।
कॉलेज परिसर में भी गंदगी के ढेर
शासकीय पीजी कॉलेज परिसर में भी नियमित सफाई नहीं होती है। यहां जगह-जगह कचरे के ढेर इस बात का प्रमाण है। परिसर के बीच में जो गार्डन विकसित किया था, उसमें से फूलदार पौधे पानी के अभाव में सूख चुके हैं। वहीं इस परिसर में भी जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। इनको देखकर लगता है कि कॉलेज खुलता भी है कि नहीं।
कथन
कुछ समय पूर्व टंकियों की सफाई करवाई गई थी। जिन टंकियों में ढक्कन नहीं लगे हैं, उनमें सोमवार को लगवा दिए जाएंगे।
डॉ. एसपी सारस्वत, प्राचार्य, शासकीय पीजी कॉलेज, मुरैना
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