विदित हो कि 14 दिसंबर को अंतररा’यीय तस्कर गिरोह साढ़े आठ क्विंटल गांजा कीमत पौने दो करोड़ ट्रक से आंध्रप्रदेश से लाए थे और आगरा सप्लाई करने जा रहे थे। तभी जौरा एसडीओपी सुजीत भदौरिया व अंबाह एसडीओपी अशोक जादौन की पार्टी ने उसकी घेराबंदी की और पोरसा में पुलिस ने ट्रक को पकड़ लिया। उसमें पुलिस ने 14 आरोपियों को नामजद किया था, उनमें से 12 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। दो अभी फरार हैं। आरोपी श्यामबिहारी शर्मा को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। यह मूलतह शंकरपुर पोरसा का रहने वाला है लेकिन इसका मकान मुरैना में बड़ोखर रामचरन गार्डन के पीछे स्थित था। उसको नगर निगम व प्रशासन द्वारा तोड़ा जा रहा है।
छह महीने पहले ही खरीदा था 50 लाख में मकान गंाजा तस्कर श्याम बिहारी शर्मा ने सितंबर 2020 को बड़ोखर माता मंदिर के पास तीन मंजिल भवन करीब 50 लाख में खरीदा था। यह मकान श्यामबिहारी की पत्नी रूबी के नाम से पंजीकृत था। मकान तोडऩे से पहले नगर निगम ने सूचना दी थी। इसलिए दो सप्ताह पूर्व मकान खाली कर दिया था। आरोपी के परिजन अपने गांव शंकरपुर चले गए।
नोटिस में सात दिन का समय और दो महीने बाद तोड़ा मकान नगर निगम ने आरोपी श्यामबिहारी के मकान पर पहले 17 नवंबर को मकान के दस्तावेज तीन दिन में नगर निगम कार्यालय में मंगाए। जब कागज लेकर कोई नहीं पहुंचा तो 23 जनवरी फिर नोटिस जारी किया। उसमें लिखा था कि सात दिवस में अवैध भवन को स्वयं हटा लें नहीं तो नगर निगम हटा देगा।
पोरसा में तोड़ा जा चुका है गांजा तस्करों का मैरिज गार्डन गांजा दस्तर प्रदीप शर्मा व उसके भाई दीपक शर्मा पुत्र रामसेवक शर्मा का दुबे मैरिज गार्डन था, उसको भी प्रशासन ने तोड़ा था। गांजा तस्करी में ये भी आरोपी थे।
कथन गांजा तस्कर श्याम बिहारी शर्मा का बड़ोखर स्थित मकान को तोड़ा जा रहा था चूंकि बस्ती के बीच है इसलिए एक्सपर्ट को बुलाया गया। उसने देखकर मना कर दिया और कहा कि जिस तरह से तोड़ा जा रहा है, उस हिसाब से हादसा हो सकता है। अब शुक्रवार को एक्सपर्ट के हिसाब से तोड़ा जाएगा।
अमरसत्य गुप्ता, आयुक्त, नगर निगम