दरअसल नामांकन के आखिरी दिन अंबाह में एक महिला ट्रैक्टर चलाकर के नामांकन का पर्चा दाखिल करने पहुंची। महिला के साथ उसके परिवार और गांव के लोग भी ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार थे। शैलेश कुमारी अंबाह के पाराशर की गड़ी की रहने वाली है और वह नामांकन भरने के लिए अंबाह पहुंची थी। जब लोगों ने देखा कि एक महिला ट्रैक्टर चला कर के नामांकन दाखिल पहुंची है और उनके साथ गांव के और उसके परिवार के कई लोग बैठे हुए हैं तो लोग देखते रहे गए।
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महिला के अंदाज को देखकर सभी लोगों ने सराहा कि पंचायत चुनाव में ऐसे ही उम्मीदवार होने चाहिए, खासकर महिला उम्मीदवार। चंबल अंचल के बारे में कहा जाता है कि यहां पुरूष ही नहीं महिलाएं और बच्चे भी दबंग होते हैं और इस कहावत को शैलेश कुमारी ने चरितार्थ कर दिखाया। शैलेश कुमारी ने बताया कि घर में पति और बड़े बच्चे हैं लेकिन घर की कमान उन्हीं के हाथ में रहती है, शुरू से ही अपने घर और परिवार का नेतृत्व करती रही हैं।
पंचायत चुनाव में नमाांकन पत्र जमा कराने के अंतिम दिन केंद्रों पर ज्यादा भीड़ को देखते हुए निर्देश दिए कि नामांकन जमा कराने आने वाला कोई भी व्यक्ति वापस नहीं लौटना चाहिए। जिले के सभी नामांकन केंद्रों पर पुलिस की व्यवस्था की गई जिससे किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई। प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से कहा कि मतदान के दिन शांति से मतदान करें, मतदान केंद्रों पर अनावश्यक भीड़ न करें, ग्रामीण क्षेत्रों में भाईचारे का माहौल बनाएं चुनाव को लेकर विवाद की स्थिति का न बनाएं और निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव को लेकर जारी आचार संहिता का पालन करें।