कहानी
सृष्टि (सपना चौधरी), रणवीर (विक्रांत आनंद), गौरव (जुबैर ए. खान) और अवनी ( अंजू जाधव) बचपन के दोस्त हैं। मगर कुछ वजहों से सभी बिछड़ जाते हैं। किस्मत से वे फिर एक बार कॉलेज में मिलते हैं और अपनी लाइफ के बारे में खुलकर बातचीत करते हैं। सृष्टि के पिता पर पेपर लीक करने का झूठा आरोप लगाया जाता है जिसके बाद वह आत्महत्या कर लेते हैं। जिसके बाद सपना का एक ही सपना है कि वह पुलिसवाली बनकर अपने परिवार पर लगे दाग को मिटाए। वहीं कॉलेज में होनेवाले इलेक्शन के दौरान चारों दोस्तों के बीच कुछ गलतफहमी हो जाती है।
सपना चौधरी
फिल्म में सपना, सृष्टि नाम की लड़की के कैरेक्टर में हैं जो कॉलेज स्टूडेंट से लेकर डांसर और पुलिसवाली का किरदार निभाती नजर आती हैं। मगर दिक्कत यहां हुई कि निर्देशक ने उन्हें हर एक किरदार में फिट करने के चक्कर में कहानी में इतने सारे ट्विस्ट ला दिए कि स्क्रीन पर कोई भी किरदार जम नहीं पाया।
निर्देशन
दोस्ती पर इससे पहले बनी फिल्मों की तुलना में निर्देशक हादी अली अबरार की इस फिल्म का स्क्रीनप्ले, पात्र, गीत-संगीत समते सभी मामलों में लचर रहा।