कहानी
ईला अपने बेटे की सारी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाती हैं। वह अपने बेटे के लिए अपनी पर्सनल लाइफ भी ताक पर रख देती हैं। एक दिन ईला का बेटा विवान उसे सलाह देता है कि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सकती है। जिंदगी में कुछ हटकर कर सकती है। बेटे की सलाह से ईला बेहद खुश हो जाती है और वह फिर से कॉलेज जाने का फैसला करती है ताकि वह अपनी अधूरी पढ़ाई पूरी कर सके। ईला अपने बेटे के ही कॉलेज में एडमिशन ले लेती है। कहानी में टर्न तब आता है जब ईला और उसका बेटा विवान एक ही क्लास रुम में पढ़ते हैं। क्लास के दूसरे स्टूडेंट्स ईला की उम्र का मजाक उड़ाते हैं। इन सब चीजों से तंग आकर विवान घर छोड़ने का फैसला कर लेता है। और वहीं से ईला और विवान की लाइफ पूरी तरह से चेंज हो जाती है। तभी मूवी में नेहा धूपिया की एंट्री होती है। वो काजोल को सलाह देती हैं कि किसी एक इंसान के पीछे अपनी पूरी लाइफ लगा देना सही नहीं है। इसके बाद ईला अपने सपनों को साकार करने में जुट जाती है। यह पूरी फिल्म मां बेटे के बीच होने वाली खट्टी-मीठी तकरार पर आधारित है।
पत्रिका व्यू:
फिल्म में काजोल ने की शानदार एक्टिंग
फर्स्ट हाफ में दिखी कॅामेडी तो दूसरे हॅाफ में फिल्म ने लिया भावुक मोड़
फिल्म के गानों रहे मजेदार
फिल्म के बाकी किरदारों की एक्टिंग रही ठीक-ठाक
निर्देशक ने कई जगह फिल्म प्रेजेंटेशन में करी चूक
आपको बता दें फिल्म का निर्देशन प्रदीप सरकार ने किया है। साथ ही अजय देवगन ने फिल्म को प्रोड्यूस किया है। काजोल की इस कमबैक मूवी को फिल्म समीक्षकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। इसी के चलते पत्रिका एंटरटेंमेंट इस फिल्म को 5 में से 2.5 स्टार देगा।