फिल्म की कहानी पहली तीन हाउसफुल फ़िल्मों के मुकाबले हाउसफुल 4 बड़े पैमाने पर बनाई गई फिल्म है। यह कहानी है 3 भाइयों अक्षय, रितेश और बॉबी देओल की, जो लंदन में एक सलून चलाते हैं। एक डॉन के पैसे अपने भुलक्कड़पन के चलते वाशिंग मशीन में डाल देते हैं। अब माइकल भाई के पैसे चुकाने के लिए यह प्लान बनाते हैं, अमीर लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाने का और उसके बाद क्या-क्या होता है, इसी ताने-बाने पर बुनी गई है फिल्म हाउसफुल 4। फिल्म के फर्स्ट हाफ में सन् 1419 की कहानी दिखाई जाती है और दूसरे हाफ में 2019 की।
परफॉर्मेंस अब बात करें एक्टिंग की तो सभी एक्टर्स ने अपने-अपने रोल बखूबी निभाए। अक्षय कुमार तीन साल बाद कॉमेडी फिल्म कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने देशभक्ति फिल्में की हैं, लेकिन ये तो सभी को पता है कि कॉमेडी में अक्षय कितने परफेक्ट हैं। रितेश देशमुख को बांगड़ू महाराज के रोल में देखकर आपके ठहाके लगने तय हैं। एक्ट्रेरेस थोड़ा और अच्छी एक्टिंग कर सकती थीं। वहीं शरद केलकर ने अपना रोल बखूबी निभाया है। राणा दग्गुबती भी फुल ऑन कैरेक्टर में रहे। खूंखार विलेन के रोल में राणा परफेक्ट थे। जॉनी लिवर और चंकी पांडे भी हंसने पर मजबूर कर देते हैं। वहीं नवाजुद्दीन की बात की जाए तो उनका काफी छोटा रोल था, लेकिन उसे भी उन्होंने बखूबी निभाया। लेकिन सबसे ज्यादा अगर कोई तारीफ का हकदार है तो वो हैं फिल्म के राइटर और डायरेक्टर। इतनी बड़ी स्टारकास्ट होने के बावजूद कहानी में आपको कोई कन्फ्यूजन नहीं होती।
मैं इस फिल्म को 5 में से 4 स्टार दूंगी क्योंकि हंसाना हर किसी की बात नहीं है और इस स्ट्रेस भरी लाइफ कोई आपको हंसाए तो उसे अप्रिसिएट तो करना तो बनता है।