कहानी
कहानी शुरू होती है अविनाश (दलकीर सलमान) से जो एक हैरान परेशान इंसान है और अपनी आईटी नौकरी से खुश नहीं है। जिसका सपना एक फोटोग्राफर बनना था, लेकिन अपनी ख्वाहिशें पूरी न होने का जिम्मेदार हमेशा अपने पिता को समझता रहा।अचानक कहानी में ट्विस्ट आता है और सब बदल जाता है। एक रोड एक्सीडेंट में अविनाश के पिता की मौत हो जाती है और उनकी डेड बॉडी गलती से किसी और के पास पहुंच जाती है और कोच्चि पहुंच जाती है। अविनाश के दोस्त शौकत (इरफान खान) अविनाश की मदद के लिए आगे आते हैं और अपनी गाड़ी से बॉडी की तलाश में निकल पड़ते हैं बैंगलोर से कोच्चि। तन्या (मिथिला पालकर) की दादी की मौत हो गई है और तन्या ही वो लड़की हैं जिनकी दादी की डेड बॉडी से अविनाश के पिता की डेड बॉडी बदल जाती है…और यहीं से शुरू होती है फिल्म की कहानी।
…तो ये है दुलकर सलमान के नाम के पीछे की कहानी? बॉलीवुड के इस एक्टर को करते हैं पसंद
एक्टिंग
अब बात की जाए तो शौकत यानी इरफान खान के किरदार की तो फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद। ये बात समझ में आ गई थी इरफान के ह्यूमर का जादू किसी भी कैरेक्टर को चलने के लिए काफी होता है। इरफान की टूटी-फूटी इंग्लिश, वो उनके वन लाइनर्स फिल्म को चलाने के लिए काफी होते हैं। अगर फिल्म देखने की बात की जाए तो ये कहा जा सकता है कि इरफान खान इस फिल्म को देखने का बड़ा कारण हो सकते हैं। बिजॉय नाम्बियार की इस फिल्म में उन्होंने ह्यूमर डालने की कोशिश तो की है, लेकिन इसमें वो कितना सफल हुए हैं इस बात का पता तो बाद में ही चलेगा, लेकिन साउथ के दलकीर सलमान की बात करें तो ये साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि ये उनके लिए सही लॉन्च पैड साबित होगा। लेकिन अगर अदाकारी की बात करें तो दलकीर ने अपने किरदार के पूरा न्याय किया है। ऐसा ही मिथिला पालकर के बारे में कहा जा सकता है। क्योंकि वो जानी-मानी वेब स्टार हैं, लेकिन फिल्म में उनका किरदार इतना नहीं है जिससे वो अपने आपको साबित कर पाएं।