इंदौर. पीथमपुर में पतंजलि की इकाई स्थापित करने के लिए योग गुरु बाबा रामदेव तन्मयता से जुटे हैं। इसके चलते ही पतंजलि के प्रमुख बाबा रामदेव तीन दिन पूर्व 20 सितंबर को गुपचुप इंदौर आए और इकाई के भूमिपूजन के निर्देश देकर रवाना हो गए। संभावना जताई जा रही है सरकार की मंशानुसार ग्लोबल इंवेस्टर समिट के दौरान ही इकाई का भूमिपूजन कराया जाएगा।
इंदौर आने के बाद बाबा रामदेव चुपचाप पीथमपुर स्थित प्लांट की जमीन देखने पहुंचे। वहां उद्योग विभाग के अफसरों ने विस्तार से जानकारी दी। हालांकि इसकी खबर नहीं लगने दी गई। पीथमपुर से लौटकर उन्होंने पतंजलि के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए स्कीम नं. 78 के ऑडिटोरियम में कंपनी के अफसरों से बैठक की और नई इकाई के भूमिपूजन की तैयारी का आदेश दे गए। हालांकि इंदौर से जाने के पूर्व दो-तीन लोगों के निवास पर भी गए। उनके साथ पूरे समय अफसर व सुरक्षा बल मौजूद रहा।
- गौरतलब है पतंजलि की इकाई पीथमपुर में स्थापित होना है। शासन ने रियायत पर 40 एकड़ जमीन देने की घोषणा की है। प्रथम चरण में पतंजलि 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। शासन चाहता है कि ग्लोबल इंवेस्टर समिट में बाबा रामदेव की उपस्थिति में इकाई का भूमिपूजन हो।
- बताया जा रहा है गुपचुप यात्रा के दौरान ही इकाई को लेकर सभी बातों को अंतिम रूप दिया गया। हालंकि बाबा की यात्रा की अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। यह तय हो गया कि समिट में पतंजलि का भूमिपूजन होगा।
इधर, माइक्रोमैक्स को 10 एकड़ जमीन
मोबाइल कंपनी माइक्रोमैक्स भी पीथमपुर (इंदौर) की ओर रुख कर रही है। कंपनी के आवेदन पर सरकार ने पीथमपुर में दस एकड़ जमीन आवंटन को मंजूरी दे दी है। कुछ समय पहले ही कंपनी के प्रतिनिधि पीथमपुर में जमीन देख गए थे। तब उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर निवेश की इच्छा जाहिर की थी। कंपनी हैदराबाद और राजस्थान में भी यूनिट खोलना चाहती है। पहले उन्होंने भोपाल या आसपास जमीन मांगी थी, लेकिन बाद में पीथमपुर चुना। कंपनी पीथमपुर में प्रोडक्शन यूनिट खोलेगी, जबकि सुपर कॉरिडोर पर योजना एक प्रशासनिक ब्लॉक बनाने की है।
500 करोड़ की छूट : बाबा की फूड प्रोसेसिंग यूनिट के लिए सीएसटी और वैट में राहत का रास्ता निकाला। चंद दिनों में रामदेव की कंपनी को करीब 500 करोड़ की छूट मिल भी गई। निवेश संवर्धन नीति का दायरा बढ़ाकर पतंजलि को जोड़ा गया। पहले केवल 10 करोड़ तक निवेश वालों को छूट थी।