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मुंबई में 10 प्रतिशत पानी की कटौती शुरू

locationमुंबईPublished: Nov 16, 2018 06:50:19 pm

Submitted by:

arun Kumar

झीलों में पानी के कम होते स्टॉक को देखते हुए बीएमसी का फैसला

10 water cut in Mumbai begins

10 water cut in Mumbai begins

मुंबई : इस साल औसत से कम बारिश की गाज आमोखास मुंबईकरों पर गिर गई है। सर्दी की शुरुआत से पहले ही मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने घरेलू इस्तेमाल के पानी की आपूर्ति में 10 प्रतिशत कटौती कर दी है। इससे मुंबई के लोगों को दिक्कतें शुरू हो गई हैं। व्यावसायिक इकाइयों के साथ ही अन्य काम के लिए पानी की आपूर्ति में कटौती 15 प्रतिशत होगी। इससे संकट और भी गहरा सकता है। महानगर की प्यास बुझानेवाली सातों झीलों के घटते जल स्तर के मद्देनजर बीएमसी ने यह फैसला किया है। अधिकारियों ने कहा कि अगले मॉनसून तक मुंबईकरों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला किया गया है। बीएमसी के अनुसार महानगर को सात झीलों से पानी की आपूर्ति होती है। इन झीलों में शामिल हैं तुलसी, विहार, तानसा, मोडक सागर, भातसा, अपर वैतरणा और मध्य वैतरणा। सातों झीलों में फिलहाल 11,11,385 मिलियन लीटर पानी का स्टॉक है, जिससे 300 दिनों तक महानगर के लोगों की प्यास बुझाई जा सकती है। झीलों का जलस्तर 75 प्रतिशत बताया गया है। वैसे महानगर में पानी की कटौती कोई नई बात नहीं है। अधिकांश समय पर पानी कटौती गर्मी के मौसम में की जाती रही है। 2014 में 25 प्रतिशत पानी की कटौती की गई थी, जबकि 2015-16 में 15 प्रतिशत पानी कटौती घोषित की गई थी। लेकिन इस साल सर्दी का मौसम शुरू होने से पहले ही पानी कटौती की घोषणा की गई है, जो कि मुंबईकरों के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
कुल मिला कर झीलों में 75 प्रतिशत पानी बचा


जल विभाग के अधिकारियों का कहना है की पानी संग्रह में 16 फीसदी की गिरावट के बाद सात झीलों के पानी में कमी दर्ज की गई है। 11 नवंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक झीलों में 11,11,385 मिलियन लीटर पानी था, जो कि इनकी क्षमता का 75 प्रतिशत है। पिछले साल इस समय झीलों में 92 प्रतिशत पानी भरा था।
यह झीलें बुझाती हैं मुंबई की प्यास

मुंबई को विहार, तुलसी, भातसा, मध्य वैतरणा, अपर वैतरणा, तानसा और मोडक सागर झीलों से जलापूर्ति की जाती है। इनमें से तुलसी और विहार को छोड़ बाकी झीलें ठाणे और नासिक जिले में हैं।
नए बांध बनाने की सख्त जरूरत

बीएमसी में विपक्ष के नेता रवि राजा ने कहा कि मनपा ने बिना बताए पानी कटौती का फैसला किया है। सर्दियों में ही हाल यह हैं तो गर्मी में क्या होगा? अधिकारी नगरसेवकों को बताए बिना, उन्हें विश्वास में लिए बिना फैसले ले रहे हैं। जनता पार्षदों से सवाल कर रही है कि नियमित पेयजल की आपूर्ति क्यों नहीं की जा रही है।
स्थायी समिति में नहीं हो सकी चर्चा
बुधवार को बीएमसी स्थार्ई समिति की बैठक में पानी कटौती प्रस्ताव पर चर्चा होनेवाली थी। लेकिन केंद्रीय उर्वरक मंत्री अनंत कुमार के निधन के चलते उन्हें श्रध्दांजलि अर्पित कर बैठक स्थगित कर दी गई। इस कारण पानी कटौती मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई।

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