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हड़ताल पर रहे राज्य के 45 हजार डॉक्टर

locationमुंबईPublished: Aug 01, 2019 12:01:31 pm

Submitted by:

Rohit Tiwari

12 हजार डॉक्टरों ने हड़ताल का समर्थन किया
मुंबई मनपा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी खुले रहे
सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए

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हड़ताल पर रहे राज्य के 45 हजार डॉक्टर

मुंबई. लोकसभा में पारिज नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के खिलाफ बुधवार को महाराष्ट्र के 45 हजार डॉक्टर हड़ताल पर रहे। साथ ही इमर्जेंसी सेवाओं से जुड़े 12 हजार डॉक्टरों ने हड़ताल का समर्थन किया। हड़ताल का आह्वान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने किया था। इमर्जेंसी सेवाओं पर हड़ताल का कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ा। प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले अधिकांश डॉक्टरों की डिस्पेंसरी बंद रही। सरकार संचालित अस्पतालों में सरकारी डॉक्टर ओपीडी में मौजूद रहे। मुंबई मनपा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी खुले रहे।
सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की महाराष्ट्र इकाई के सचिव डॉ. सुहास पिंगले ने कहा कि हम नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के प्रावधानों के खिलाफ हैं। एसोसिएशन का कहना है कि यह विधेयक कानून बना तो डॉक्टरी की पढ़ाई और मंहगी हो जाएगी, जिसका खर्च सभी वहन नहीं कर पाएंगे। देश को ज्यादा संख्या में डॉक्टरों की जरूरत है, लेकिन मौजूदा विधेयक कानून बना तो कम संख्या में डॉक्टर बनेंगे। डॉक्टरों का कहना है कि यह गरीब और मरीज विरोधी बिल है, जिस पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।
एमएमआर रीजन में 12 हजार सदस्य
आईएमए की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष डॉ. होजी कापडिय़ा ने कहा कि नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के तहत होमियोपैथी, आयुर्वेदिक डॉक्टरों समेत फिजियोथेरेपिस्ट और डेंटिस्ट ऐलोपैथी में प्रैक्टिस कर सकेंगे, जो मरीजों की जिंदगी के साथ सीधे खिलवाड़ है। इस बिल के पास होने से तीन लाख से ज्याजा नौसिखुवे डॉक्टरों को प्रैक्टिस करने की छूट मिल जाएगी। गौरतलब है कि राज्य में आईएमए के 45 हजार, जबकि एमएमआर रीजन में 12 हजार सदस्य हैं।
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