भक्तों के सपने हो पूरें
गुरुवार रात श्यामभक्त चंद्रप्रकाश ढांढ़ण बड़ोदरा पहुंचे। उन्होंने बताया कि निर्जला एकादशी पर बाबा के दरबार में पैदल जाने की श्यामप्रेमियों की प्रेरणा से वह 25 अप्रेल को मुंबई से बाबा श्याम और हनुमानजी महाराज की पीत पताका हाथ में थामकर पैदल निकला है। अब मन में यही विश्वास है कि बाबा श्याम अपने सभी भक्तों के सपने पूरे करेंगे। मुंबई से चलने के बाद बड़ोदरा तक की दूरी गुरुवार तक चंद्रप्रकाश ने 15 दिन में तय कर ली है। इस दौरान मार्ग में पांच स्थानों पर बाबा श्याम के कीर्तन आयोजित हो चुके हैं। इनमें वापी, वलसाड, कीम, अंकलेश्वर और भरुच शहर शामिल हैं। आगे के मार्ग में अहमदाबाद, उदयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर आदि शहर आएंगे।
सब व्यवस्था अपने-आप
शेखावाटी अंचल के सीकर जिले में रामगढ़-शेखावाटी के ढांढ़ण सती गांव का चंद्रप्रकाश चार महीने पहले ही कारोबार के सिलसिले में मुंबई पहुंचा है। मुंबई से खाटू यात्रा के दौरान मार्ग में आगे की समुचित व्यवस्था श्यामप्रेमियों के माध्यम से स्वत: हो रही है। अगले पड़ाव के श्यामभक्त स्वयं सम्पर्क कर जरूरी व्यवस्था कर देते हैं।