शनिवार को मनसे युवा नेता अमित ठाकरे ने सोशल मीडिया पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इस फैसले को चौंकाने वाला करार दिया है। महाराष्ट्र की नई सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए, अमित ठाकरे ने कहा कि नई सरकार का नया निर्णय मेरे और असंख्य पर्यावरण कार्यकर्ताओं और प्रेमियों के लिए चौंकाने वाला है। महाराष्ट्र के युवाओं ने पहले इस कदम के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिसके चलते कुछ युवाओं को जेल में भी डाल दिया गया था।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि हमें विकास की बहुत जरूरत है लेकिन पर्यावरण की बलि देकर नहीं। अगर हमारा पर्यावरण पूरी तरह से समाप्त हो गया तो राजनीति के लिए या शासन करने के लिए कोई नहीं बचेगा। राजनेताओं को इस पर ध्यान देना की सख्त जरूरत है।
जानें क्या है मेट्रो कार शेड प्रोजेक्ट मुंबई मेट्रो 33.5 किलोमीटर लंबे कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन के लिए एमएमआरडीए द्वारा एक मेट्रो कार शेड बनाया जा रहा है। लेकिन इस प्रोजेक्ट को लेकर लंबे समय तक बीजेपी और शिवसेना एक दूसरे के खिलाफ रहे है। ये पहले आरे कॉलोनी में बनना था लेकिन उद्धव ठाकरे सरकार ने इसे शहर के कांजुरमार्ग शिफ्ट कर दिया था। इस प्रोजेक्ट के विरुद्ध बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिकाएं दाखिल हुई थी। तब कोर्ट ने पेड़ों की कटाई को लेकर दायर याचिकाओं को खारिज किया था। फिर मेट्रो कॉर्पोरेशन की तरफ से यहां पेड़ों को काटने का कम शुरू किया गया था।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को एकनाथ शिंदे सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करता हूं। हमारे लिए, हमारी प्यारी मुंबई पर नफरत मत डालो। आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि कांजुरमार्ग में मेट्रो-3 कारशेड के प्रस्ताव पर विचार करें। मैं सरकार से निवेदन कर रहा हूं, आरे में कारशेड बनाने पर जोर न दें।