मुंबई

88 साल बाद होगी घुड़सवार पुलिस की वापसी, महानगर की गलियों-सड़कों पर रहेगी नजर

गणतंत्र दिवस की तैयारी: 1932 तक पुलिस का हिस्सा था माउंटेड यूनिटसफलता मिली तो नागपुर और पुणे में भी होगी तैनातीट्रैफिक कंट्रोल और अपराध नियंत्रण के लिए होगा इस्तेमाल

मुंबईJan 21, 2020 / 10:59 am

Nagmani Pandey

88 साल बाद होगी घुड़सवार पुलिस की वापसी, महानगर की गलियों-सड़कों पर रहेगी नजर

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मुंबई. गणतंत्र दिवस की तैयारी में जुटी मुंबई पुलिस की तरफ से मुंबईकरों को तोहफा मिल सकता है। 88 साल बाद देश की आर्थिक राजधानी में घुड़सवार पुलिस की तैनाती होगी। महानगर में ट्रैफिक कंट्रोल के साथ ही अपराध नियंत्रण के लिए घुड़सवार पुलिस का इस्तेमाल किया जाएगा। समुद्र की चौपाटियों के साथ ही सड़कों और तंग गलियों में घुड़सवार पुलिस की पैनी नजर रहेगी। यह जानकारी राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दी।
उल्लेखनीय है कि आजादी से पहले 1932 तक मुंबई पुलिस में घुड़सवार पुलिस यूनिट होती थी। सड़कों पर वाहनों की बढ़ी संख्या को देखते हुए घुड़सवार पुलिस दस्ता तत्कालीन पुलिस प्रशासन ने हटा दिया था। शहर की कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक बार फिर से घुड़सवार पुलिस की जरूरत महसूस की जा रही है। देशमुख ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड के बाद घुड़सवार पुलिस की तैनाती हो जाएगी। मुंबई में सफलता मिली तो नागपुर और पुणे में भी घुड़सवार पुलिस दस्ता तैनात किया जाएगा।
एक यूनिट में शामिल होंगे 30 घोड़े
मुंबई पुलिस की घुड़सवार यूनिट में 30 घोड़े शामिल होंगे। एक पुलिस उप-निरीक्षक, एक सहायक पुलिस निरीक्षक और 32 कांस्टेबल शामिल होंगे। घुड़सवार दस्ते के लिए 13 घोड़े खरीदे जा चुके हैं। बाकी घोड़ों की खरीद अगले 6 महीने में होगी। पुलिस के घोड़ों को रखने के लिए अंधेरी इलाके में ढाई एकड़ क्षेत्र में अस्तबल बनाया जाएगा, जिसमें स्वीमिंग पूल, राइडिंग क्लब, ट्रेनर रूम आदि सुविधाएं होंगी।
26 जनवरी की परेड का हिस्सा
दादर के शिवाजी पार्क में 26 जनवरी को आयोजित की जाने वाली गणतंत्र दिवस परेड में घुड़सवार पुलिस दस्ता भी हिस्सा लेगा। परेड के बाद घुड़सवार पुलिस ड्यूटी पर लगा दी जाएगी। भीड़ नियंत्रण के साथ ही विरोध प्रदर्शनों के दौरान भी इनका इस्तेमाल होगा। समुद्री किनारों पर भी घुड़सवार पुलिस नजर आएगी।
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